जिला मत्स्य निरीक्षक शशांक नमन ने बताया कि रोहू की (जयंती रोहू) प्रजाति एवं कतला, मृगल मछली के बीज का चयन करें, क्योंकि यह मछलियां बेहद कम समय और कम लागत में तैयार होती है. साथ ही बाजारों में मांग भी अधिक रहती है. जिस तालाब में मछली पालन कर रहे हैं, उस तालाब में औसतन 6 फीट रखें और ऑक्सजन के लिए एयरेटर सिस्टम स्थापित कर दें.