अंजली शर्मा/कन्नौज:कन्नौज के इतिहास के पन्नों में दर्ज सबसे बड़ा कारोबार इत्र का है. पारंपरिक खेती के साथ-साथ यहां के किसान मेहंदी की खेती को भी प्राथमिकता दे रहे हैं. कई किसान क्षेत्र में लगी दूसरी फसल की सुरक्षा के लिए भी बड़े पैमाने पर मेहंदी लगा रहे हैं. मेहंदी के फूल का तेल इत्र के साथ-साथ दवाओं में भी कारगर होता है. महिलाओं की लिए तो मेहंदी उनके श्रृंगार में सबसे अहम भूमिका निभाती है.
फसल की सुरक्षा के लिए किसान खेत की मेड़ो पर मेहंदी के पौधे लगा देते हैं जो बड़े होकर फसल की सुरक्षा भी करते हैं. मेहंदी की खेती की बात करें तो जिले भर में इसकी खेती हर जगह होती है. ऐसे में कन्नौज जिले के मुख्यालय की बात की जाए तो चौरा चांदपुर, सलेमपुर, कासिमपुर, पैंदाबाद, चिड़ियापुर सहित कई गांव में बड़े पैमाने पर मेहंदी की खेती किसान कर रहे हैं.
कैसे और कितना लाभ
मेहंदी के फूल से जो तेल बनता है वह इत्र बनाने में भी काम आ जाता है. वहीं मेहंदी की पत्तियां महिलाओं के लिए बहुत कारगर रहती हैं. इन पत्तियों को पीसकर महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं. वहीं एक और तथ्य ऐसा माना जाता है कि यही पत्तियों पीसकर पैर के तलवों में लगाने से जलन जैसी समस्या में फायदा मिलता है. जिसकी चलते मेहंदी हर तरीके से किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है.
क्या बोले किसान
मानपुर गांव निवासी रामानंद कटियार और शिवम ,राघवेंद्र बताते हैं कि मेहंदी के फूल से ज्यादा लाभ मिलता है. इत्र बनाने में मेहंदी का फूल काम आता है वही मेहंदी की पत्तियां हम लोगों के लिए बोनस का काम करती हैं जिससे हम लोगों को अच्छी कमाई होती है. मेहंदी की पत्तियां खरीदने के लिए कानपुर और लखनऊ की बड़ी-बड़ी कंपनियां हम लोगों से सीधे संपर्क करती हैं. जिससे हम लोगों को अच्छा लाभ मिलता है.
हर्बल मेहंदी कारोबार में बड़ी डिमांड
हर्बल मेहंदी का कारोबार करने वाली कंपनियां किसानों से सीधे संपर्क करती हैं. मेहंदी का फूल तो इत्र में काम आ जाता है. वहीं मेहंदी की पत्तियां किसानों के लिए डबल मुनाफे का काम करती है. लगातार हर्बल मेहंदी को लेकर आज लोगों में जागरूकता बढ़ रही है. ऐसे में मेहंदी की फसल किसानों के लिए डबल मुनाफा लेकर आ रही है.
मेहंदी की फसल किसान करते हैं
जिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी ने बताया कि कन्नौज जिले में करीब 40 से 50 हेक्टेयर में मेहंदी की फसल किसान करते हैं. मेहंदी की फसल में किसानों को कई तरीके से लाभ मिलता है. किसान लगातार इस फसल को अब आगे बढ़ाते जा रहे हैं. किसानों को यह फसल लगाने से इत्र के क्षेत्र में भी लाभ मिलता है तो वहीं हर्बल मेहंदी कारोबार कंपनियां किसानों से सीधे संपर्क करके मेहंदी की पत्तियां खरीदती हैं. खेतों में किसानों की फसलों के आसपास बनी मेड़ों पर मेहंदी की फसल को लगाया जाता है जिससे आवारा जानवर से उनकी फसलों की बचत भी होती रहती है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 5, 2023, 08:37 IST
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