Team India News: भारत का एक खिलाड़ी 8 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में है, लेकिन अभी तक टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करने के लिए जूझ रहा है. इस खिलाड़ी के साथ सेलेक्टर्स सौतेला बर्ताव कर रहे हैं और टैलेंटेड होने के बावजूद टीम इंडिया में मौका नहीं दे रहे हैं. टीम इंडिया का ये धाकड़ खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि मिडिल ऑर्डर के घातक विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन हैं. संजू सैमसन विस्फोटक बल्लेबाजी, बेहतरीन विकेटकीपिंग और मुश्किल हालात में टीम की पारी को अंत तक संभाल कर रखने में माहिर हैं. टीम इंडिया को वनडे टीम में नंबर 4 पर ऐसे ही बल्लेबाज की जरूरत है, वो भी तब जब वर्ल्ड कप बहुत नजदीक है.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
इस खिलाड़ी के साथ सौतेला बर्ताव कर रहे सेलेक्टर्स!टीम इंडिया में संजू सैमसन नंबर 4 पर बल्लेबाजी के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. संजू सैमसन जैसा टैलेंटेड बल्लेबाज मैदान के चारों तरफ एक से बढ़कर एक शॉट्स खेलने और रन बटोरने की कला जानता है. संजू सैमसन जरूरत पड़ने पर बेहतरीन विकेटकीपिंग भी करते हैं. टीम इंडिया में संजू सैमसन अगर नंबर 4 पर खेलते हैं. संजू सैमसन के साथ कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ सौतेला बर्ताव कर रहे हैं. भारतीय टीम में संजू सैमसन को मौका नहीं दिया जाना कई सवाल खड़े करता है.
टैलेंटेड होने के बावजूद कर दिया टीम से बाहर
संजू सैमसन टीम इंडिया में जगह पाने के हकदार हैं, लेकिन सेलेक्टर्स ने संजू सैमसन को पूछा तक नहीं रहे. संजू सैमसन विकेटकीपिंग के साथ-साथ अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. संजू सैमसन ने अपना आखिरी वनडे मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2022 में खेला था, तब से लेकर उन्हें वनडे टीम में नहीं चुना गया है. टीम इंडिया से हर बार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को बाहर होना पड़ता है. संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. संजू सैमसन को भारतीय टीम से अंदर-बाहर होना पड़ता है. संजू सैमसन ने भारत के लिए साल 2015 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी, तब से लेकर अभी तक उनका टीम इंडिया से अंदर-बाहर होने का सिलसिला चल रहा है.
इस खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी
संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. इस तरह लगातार संजू सैमसन को टीम से बाहर रखना और एक-दो मैच में उतारकर उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद करना, कहीं ना कहीं इस खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी है. इस फैसले से प्लेयर्स का भी काफी नुकसान हो रहा है. शायद ये बड़ी वजह है कि अक्सर सैमसन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्लॉप हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें इंटरनेशनल टीमों के खिलाफ ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिलता. 28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रही है. इससे साफ होता है कि संजू सैमसन बीसीसीआई के हाथ की कठपुतली बन कर रह गए हैं.
फील्डिंग में भी बहुत बड़ा योगदान देते हैं
28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रही है. संजू सैमसन विस्फोटक बल्लेबाज, बेहतरीन विकेटकीपर होने के अलावा फील्डिंग में भी बहुत बड़ा योगदान देते हैं. संजू सैमसन ने भारत के लिए 11 वनडे मैचों में 330 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं. संजू सैमसन ने 17 टी20 मैचों में 301 रन बनाए है. टी20 मैचों में संजू सैमसन ने केवल एक ही अर्धशतक लगाया है. किसी भी क्रिकेटर के लिए टीम इंडिया से बाहर होना बहुत दर्दनाक होता है, क्योंकि इसके बाद दोबारा भारतीय टीम में वापसी करना बहुत मुश्किल होता है.