आदित्य कृष्ण अमेठी: मेहनत और लगन से काम किया जाए तो सफलता अपने आप हासिल हो जाती है. ग्रामीण क्षेत्रों में भले ही महिलाओं के पास रोजगार के अवसर कम हैं, लेकिन अपने खुद की मेहनत और लगन से वह अपने रोजगार की शुरुआत कर रहे हैं. अमेठी में समूह में जुड़कर महिलाएं पोषाहार तैयार करती हैं और महिलाओं को इस काम से काफी फायदा हो रहा है. एक दिन में बड़ी संख्या में पोषाहार तैयार कर उसकी बिक्री की जाती है, जिससे महिलाओं को आर्थिक फायदा होता है और महिलाएं अपने घर के काम निपटाने के साथ-साथ रोजगार से भी जुड़ी हैं.
जगदीशपुर औद्योगिक क्षेत्र में चल रहा महिलाओं का काम
हम बात कर रहे हैं जगदीशपुर के औद्योगिक क्षेत्र की, जहां पर उतेलवा गांव के पास पोषाहार का एक कारखाना महिलाओं द्वारा संचालित किया गया है. इस समूह में महिलाएं जुड़ी हुई हैं. महिलाओं के समूह में गेहूं से दलिया, आटा, सेतुआ, चना की दाल बेसन और अन्य सामान तैयार करती हैं. गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए यह सामान तैयार होता है. छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं के लिए इस सामान को तैयार कर उसकी पैकिंग कर महिलाएं उसे बाजारों तक पहुंचाती हैं. जिससे उन्हें आर्थिक लाभ होता है.
समूह में जुड़ी हैं अलग-अलग महिलाएं
आपको बता दें कि समूह में दिन और रात में काम किया जाता है. 10 महिलाएं दिन की शिफ्ट में जुड़ती हैं, तो 10 महिलाएं रात के समय में इस कारखाने में काम कर मुनाफा कमा रही हैं.
समूह ने बदली किस्मत पहले थी समस्या
समूह में जुड़ी रूबी चौरसिया बताती हैं कि पहले उन्हें काम के लिए बाहर जाना पड़ता था, तो उन्हें समस्याएं होती थी. घर वाले भी तैयार नहीं हुआ करते थे, लेकिन अब उन्हें घर के पास ही काम मिल गया है तो उन्हें फायदा हो रहा है. समूह में उन्हें रोजगार के अवसर मिले हैं. इसके साथ ही अन्य महिलाओं को भी फायदा हो रहा है. वहीं एक अन्य महिला शीला देवी बताती हैं कि वह मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं और इस काम से उन्हें फायदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि समूह में उनकी किस्मत बदल गई. पहले बेरोजगारी थी समस्याएं थी, लेकिन अब उन्हें फायदा हो रहा है और आज वे अच्छा मुनाफा कमा रही है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 11:21 IST