इस जापानी तकनीक से साफ हो गई झांसी की हवा, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में मिला तीसरा स्थान! जानें खासियत

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झांसी. झांसी देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो गया है जिसकी हवा सबसे साफ है. हाल ही में जारी स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में झांसी नगर निगम को तीसरा स्थान मिला है. इसके लिए नगर आयुक्त सत्यप्रकाश को सम्मानित भी किया गया. उन्हें 28 लाख का चेक दिया गया. आईआईटी कानपुर की टीम द्वारा यह सर्वे किया गया था जिसमें झांसी को तीसरा स्थान मिला था.शहर को साफ और शुद्ध हवा देने में कई योजनाओं ने अहम भूमिका निभाई. इसके लिए सबसे पहले नगर निगम ने कच्ची सड़कों को पक्का करवाया. इसके साथ ही जहां-जहां निर्माण कार्य चल रहा था उसपर हरा कपड़ा डालकर ढका गया. लेकिन, जिस चीज में शहर की हवा को साफ करने में सबसे ज्यादा मदद की वह मियावाकी पद्धति है. इस पद्धति का इस्तेमाल कर नगर निगम क्षेत्र में 5 वन क्षेत्र बनाए गए. इसमें जीआईसी, गुलाम गौस खां पार्क और बीयू के परीक्षा भवन के पास पौधे लगाए गए. कुल 11 हजार वर्ग मीटर में इस पद्धति से पौधरोपण किया गया.क्या है मियावाकी तकनीक?मियावाकी पौधारोपण की एक तकनीक है जिसे जापानी बोटैनिस्ट अकीरा मियावाकी ने शुरू किया था. यह छोटे स्थान में घने जंगल बनाने में मदद करती है. इसका इस्तेमाल खास तौर से छोटे शहरों में घने जंगल स्थापित करने के लिए होता है. इसमें विभिन्न प्रकार के पौधों को एक साथ लगाया जाता है. जिससे वह एक दूसरे की मदद कर आसानी से उग जाते हैं. यह पर्यावरण को बेहतर करने में एक जरूरी भूमिका निभाते हैं.हवा को शुद्ध रखना हमारी प्राथमिकतानगर आयुक्त सत्यप्रकाश ने लोकल 18 को बताया कि झांसी शहर की हवा को शुद्ध रखना हम सब की प्राथमिकता है. इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. अभी जो पुरस्कार मिला है यह हमारा उत्साह बढ़ाने में मददगार है.FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 18:14 IST

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