आजकल के दौर में युवतियों और महिलाओं के बीच स्मोकिंग का प्रचलन बढ़ता जा रहा है, खासकर मेट्रोपोलिटन सिटीज जैसे दिल्ली, मुंबई में. यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है, खासकर जब गर्भवती महिलाओं की बात आती है. अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या गर्भवती महिला द्वारा स्मोकिंग करने से किसी तरह का खतरा हो सकता है?
इस पर गुरुग्राम स्थित सीके बिरला अस्पताल के डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर कहते हैं कि गर्भवती महिलाओं के लिए स्मोकिंग न केवल उनके अपने स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे उनके होने वाले बच्चे की सेहत भी प्रभावित हो सकती है.
प्रेगनेंसी में स्मोकिंग के खतरे
डॉक्टर बताते हैं कि जब कोई महिला गर्भवती होती है और स्मोकिंग करती है, तो इसका प्रतिकूल असर सिर्फ उसके शरीर पर नहीं, बल्कि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है. डॉक्टर का कहना है कि स्मोकिंग से बच्चे को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, उसके नाजुक अंगों को नुकसान हो सकता है और कभी-कभी उसके अंगों का निर्माण सही ढंग से नहीं हो पाता.
फेफड़ों से संबंधित समस्याएं
डॉ. ग्रोवर बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं द्वारा स्मोकिंग करने से बच्चे के फेफड़ों पर भी असर पड़ सकता है. इससे बच्चे के फेफड़े ठीक से विकसित नहीं हो पाते, जिससे बाद में उसे श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. साथ ही, गर्भवती महिला के शरीर में भी रक्त संचार प्रभावित हो सकता है, जिससे बच्चे को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है.
बचाव के उपाय इससे बचने के लिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि यदि कोई महिला गर्भवती होने से पहले स्मोकिंग करती है, तो उसे तुरंत इसे छोड़ देना चाहिए. इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान महिला को अपनी डाइट पर ध्यान देना चाहिए, ताकि उसका और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य बेहतर रहे. स्वस्थ आहार से न केवल बच्चे का विकास सही तरीके से होता है, बल्कि यह मां के शरीर की रिकवरी में भी मदद करता है.
-एजेंसी-