ब्लैक कॉफी सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है. कहा जाता है डार्क कॉफी पीने से दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है. ब्लैक कॉफी पीने से वजन भी कम होता है वहीं कहा जाता है ब्लैक कॉफी पीने से लिवर हेल्दी रहता है. लिवर के मरीज को ब्लैक कॉफी पीने की सलाह दी जाती है.
क्या फैटी लिवर के मरीज कॉफी पी सकते हैं? फैटी लिवर के मरीज ब्लैक कॉफी पी सकते हैं. नियमित मात्रा और नियमित तौर पर ब्लैक कॉफी पीने से लिवर से जुड़ी समस्या दूर होती है. जॉन्स हॉप्किंस की रिपोर्ट के अनुसार रोजाना ब्लैक कॉफी पीने से लिवर की बीमारियों का रिस्क कम होता है. कॉफी में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं.
ब्लैक कॉफी पीने के फायदे ब्लैक कॉफी पीने से लिवर से संबंधी बीमारियों का रिस्क कम होता है. कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि लिवर की सूजन को कम करने में मददगार होते हैं. ब्लैक कॉफी पीने से फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस की समस्या से भी बचा जा सकता है. रिसर्च के अनुसार ब्लैक कॉफी क्रोनिक लिवर डिजीज के खतरे को भी कम करता है.
ब्लैक कॉफी पीने का सही तरीका ब्लैक कॉफी पीने का फायदा तभी होगा जब इसे सही तरीके से पिया जाएं. एक्सपर्ट के अनुसार रोजाना 2 से 3 कप ही कॉफी पीनी चाहिए. इससे ज्यादा कॉफी पीने से नुकसान हो सकता है. कॉफी में दूध और चीनी मिलाकर नहीं पीना चाहिए. रात को सोने से पहले भी कॉफी नहीं पीनी चाहिए. लंच करने से 1 से 2 घंटे पहले ब्लैक कॉफी पीना सबसे अच्छा माना जाता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.