अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: भगवान भोले को प्रसन्न करने का दिन आ रहा है.हर माह की शिवरात्रि तिथि इसके लिए बेहद खास होती है. इन शिवरात्रियों में मार्गशीष माह के शिवरात्रि का खासा महत्व है. हर साल मार्गशीष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को यह शिवरात्रि मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत से भगवान भोले प्रसन्न होते है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
काशी के ज्योतिषाचार्य स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया कि इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करता है और उनका व्रत रखता है भगवान भोले उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इसके अलावा जो भी कुंवारी कन्याएं इस दिन व्रत रखती है उनके विवाह सम्बंधित बाधाएं भी दूर होती है.
11 दिसम्बर को है शिवरात्रिपंचाग के अनुसार,इस बार 11 दिसम्बर को सुबह 6 बजकर 45 मिनट से कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत होगी जो 12 दिसम्बर को सुबह 5 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगा.ऐसे में 11 दिसम्बर को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा.
बन रहे ये 2 शुभ संयोगइस बार मासिक शिवरात्रि पर कई शुभ संयोग भी बन रहे है जो मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला होगा. 11 दिसम्बर को शिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सुकर्मा योग भी बन रहा है.ऐसे में इस दिन व्रत और पूजा से भोले नाथ अतिशीघ्र ही प्रसन्न होंगे और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे.
(नोट- यह खबर धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषशास्त्र पर आधारित है.News 18 इसके सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)
.Tags: Dharma Aastha, Local18FIRST PUBLISHED : December 8, 2023, 15:47 IST
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