Last Updated:March 10, 2025, 11:15 ISTSaharanpur: ज्यादातर किसान ऐसा मानते हैं कि ऑर्गेनिक खेती में उत्पादन कम होता है लेकिन सहारनपुर के इस किसान ने इस बात को गलत साबित कर दिया है. वे सालों से काले अनाज की ऑर्गेनिक तरीके से खेती कर रहे हैं और बढ़िय…और पढ़ेंX
ऑर्गेनिक खाना था पसंद इसलिए रिटायरमेंट के बाद ऑर्गेनिक खेती कर दी शुरूहाइलाइट्ससहारनपुर के आदित्य त्यागी ऑर्गेनिक काले अनाज की खेती कर रहे हैं.ऑर्गेनिक खेती से उत्पादन और कीमत दोनों दोगुनी हो रही हैं.काले अनाज में एंथोसायनिन होता है, जो कैंसर से बचाव करता है.सहारनपुर. सहारनपुर के कुछ किसान कुछ अलग प्रकार के अनाज की खेती करने के लिए भी जाने जाते हैं. उन्हीं में से एक हैं सहारनपुर के गांव मेहरबानी के रहने वाले आदित्य त्यागी, जो ऑर्गेनिक खेती करने के लिए अपनी अलग पहचान बना चुके हैं. उन्होंने इस बार अपने खेत में ऑर्गेनिक तरीके से काले अनाज की खेती की है. वहीं, ऑर्गेनिक तरीके से उगाए गए अनाज का उत्पादन भी तीन क्विंटल प्रति बीघा से अधिक निकलता है, साथ ही दाम भी ₹4000 प्रति क्विंटल तक मिलते हैं.
आदित्य त्यागी ऑर्गेनिक खेती में भी अधिक उत्पादन लेकर उन किसानों के मुंह बंद करने का काम कर रहे हैं, जो कहते हैं कि ऑर्गेनिक फार्मिंग में उत्पादन कम होता है. वहीं, आदित्य त्यागी अपनी फसलों पर नीम और गाय के गोमूत्र से तैयार “निमास्त्र” का छिड़काव के रूप में इस्तेमाल करते हैं, जबकि गाय के गोबर को सड़ाकर उसे खाद के रूप में बिखेरा जाता है.
नौकरी के बाद शुरू की खेतीइससे पहले आदित्य त्यागी वन विभाग में नौकरी किया करते थे. रिटायर होने के बाद उन्होंने अपने गांव में खाली पड़ी जमीन में ऑर्गेनिक खेती करना पसंद किया. आदित्य त्यागी बताते हैं कि उन्हें शुरू से ही पहाड़ी क्षेत्र में रहकर शुद्ध ऑर्गेनिक चीजें खाना पसंद था, इसलिए उन्होंने ऑर्गेनिक खेती को ही अपनाया. आज वे विभिन्न प्रकार की सब्जियों को ऑर्गेनिक तरीके से उगाते हैं और पिछले दो-तीन साल से ऑर्गेनिक तरीके से काले अनाज की खेती भी कर रहे हैं.
खानी पड़ती थी केमिकल वाली सब्जियांकिसान आदित्य त्यागी ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि वे 2017 से ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं. उससे पहले वे वन विभाग में नौकरी किया करते थे. रिटायर होने के बाद उन्होंने देखा कि किसान अपनी फसलों पर बहुत ज्यादा केमिकल इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उन्हें भी वही केमिकल युक्त सब्जियां खानी पड़ती थी. आदित्य त्यागी पहले से ही पहाड़ी क्षेत्र में रहे हैं, जहां फसलों पर पेस्टिसाइड व इंसेक्टिसाइड का उपयोग नहीं किया जाता था और वे शुरू से ही ऑर्गेनिक भोजन करते रहे.
जरूरत ने बदल दी जिंदगीयहां की केमिकल वाली खेती को देखकर उन्होंने सोचा कि इस माहौल में रहना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए उन्होंने अपने खेत पर ही ऑर्गेनिक खेती करनी शुरू कर दी. वे विभिन्न प्रकार की नई-नई सब्जियों की ऑर्गेनिक खेती करते हैं और हर साल अपने खेत में काले अनाज को उगाते हैं. इस काले अनाज की काफी मांग भी है. फिलहाल, उन्होंने अपने दो से तीन बीघा खेत में काले अनाज की खेती की है, जिसका उपयोग वे अपने घर में खाने के लिए करते हैं और कुछ अपने परिचितों को बेच देते हैं.
मिलता है बढ़िया दामवहीं, सामान्य अनाज की तुलना में इस अनाज का दाम डेढ़ से दोगुना अधिक है. आदित्य त्यागी बताते हैं कि इस काले अनाज में एंथोसायनिन होता है, जो कैंसर की कोशिकाओं को बनने से रोकता है. साथ ही, काले अनाज की रोटी बनाकर खाने से पेट भारी नहीं लगता. इससे शरीर को तमाम तरह के फायदे मिलते हैं.
Location :Saharanpur,Uttar PradeshFirst Published :March 10, 2025, 11:12 ISThomeagricultureइस अनाज की खेती से यूपी के किसान की हुई चांदी! मिलती है दोगुनी कीमत!