आयरन की कमी एनीमिया का एक सामान्य प्रकार है और एक ऐसी स्थिति है जिसमें खून में पर्याप्त हेल्द रेड ब्लड सेल्स की कमी होती है. सरल शब्दों में इसका तात्पर्य किसी व्यक्ति के शरीर में आयरन की कम मात्रा से है. क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार यह एक ब्लड डिसऑर्डर है, जो रेड ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है और एनीमिया का सबसे आम रूप है. यह तब होता है जब शरीर में हीमोग्लोबिन को बनाने के लिए पर्याप्त आयरन नहीं होता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया प्रतिकूल प्रजनन परिणामों से जुड़ा होता है, जैसे कि समय से पहले प्रसव, कम वजन वाले शिशुओं का जन्म और बच्चे के लिए आयरन भंडार में कमी, जिससे बच्चे के विकास में बाधा आ सकती है. आज हम आपको शरीर में आयरन की कमी के कुछ चेतावनी संकेत बताते हैं, जिसे भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
1. चक्कर आनाक्लीवलैंड क्लिनिक का कहना है कि आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया के कारण आपको चक्कर आ सकते हैं. इसके अलावा, कभी-कभी इससे सीने में दर्द, तेज दिल की धड़कन और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. आयरन की कमी से आपको बर्फ, गंदगी या कागज जैसी न खाने वाली वस्तुओं के लिए असामान्य लालसा हो सकती है.
2. सांस लेने में कठिनाईआयरन की कमी से सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है. जब शरीर में आयरन की कमी के साथ हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है, तो मांसपेशियों को रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. इसके कारण शरीर की सांस लेने की दर बढ़ जाती है क्योंकि शरीर अधिक ऑक्सीजन प्राप्त करने की कोशिश करता है. इसके परिणामस्वरूप सांस लेने में तकलीफ होती है.
3. थकानथकान आयरन की कमी के सबसे आम लक्षणों में से एक है. इसका कारण शरीर के टिशू तक ऑक्सीजन की कम मात्रा पहुंचता है, जिससे वे ऊर्जा से वंचित हो जाते हैं.
4. एनीमियाआयरन की कमी से होने वाला एनीमिया अपर्याप्त आयरन के कारण होता है. पर्याप्त आयरन के बिना आपका शरीर रेड ब्लड सेल्स में पर्याप्त मात्रा में पदार्थ का उत्पादन नहीं कर पाता है, जो उन्हें ऑक्सीजन हीमोग्लोबिन ले जाने में सक्षम बनाता है.
5. एकाग्रता में कठिनाईशरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी से व्यक्तियों में संज्ञानात्मक हानि हो सकती है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के अनुसार, आयरन की कमी न्यूरो फिजियोलॉजिकल तंत्र के विघटन से जुड़ी है, जो एक सामाजिक संदर्भ में नियमित उत्तेजना प्रदान नहीं करने से मोटर और संज्ञानात्मक विकास से समझौता होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)