Indian Premier League: रणजी ट्रॉफी 2024 के सेमीफाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ मैच से बाहर होने के बाद श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था. उन्होंने वनडे क्रिकेट में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट से बाहर रहने के लिए उनके ऊपर एक्शन लिया था. अय्यर ने आखिरकार विदर्भ के खिलाफ फाइनल में वापसी की और मुंबई को खिताब दिलाने में मदद की. इसके तुरंत बाद अय्यर ने कोलकाता नाइट राइडर्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में तीसरी बार चैंपियन बनाया. बाद में उन्होंने 2024 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती. उन्होंने इस बड़े टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए.
पंजाब किंग्स के शिविर में शामिल होंगे अय्यर
अब वह पंजाब किंग्स के शिविर में शामिल होंगे और आईपीएल 2025 में टीम की कप्तानी करेंगे. टूर्नामेंट से पहले मुंबई में जन्मे अय्यर ने कहा कि 2024 में केकेआर के कप्तान के रूप में आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बावजूद उन्हें सराहना नहीं मिली. हालांकि, उनका मानना था कि आत्म-सम्मान अधिक महत्वपूर्ण था और इसी कारण से उन्होंने इस मामले पर खुलकर बात नहीं की.
ये भी पढ़ें: अंबाती रायुडू ने RCB को किया ट्रोल तो संजय बांगर ने दे दी वॉर्निंग, लाइव कमेंट्री के दौरान हुई कहासुनी
अय्यर ने क्या कहा?
अय्यर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ”मुझे निराशा तो नहीं थी क्योंकि मैं आईपीएल खेल रहा था. मुख्य ध्यान आईपीएल जीतना था और शुक्र है कि मैंने इसे जीता. व्यक्तिगत रूप से मुझे लगा कि आईपीएल जीतने के बाद मुझे वह पहचान नहीं मिली जो मैं चाहता था, लेकिन दिन के अंत में , जब तक आपके पास आत्म-सम्मान है और जब कोई नहीं देख रहा होता है तो आप सही काम करते रहते हैं. वही अधिक महत्वपूर्ण है और वही मैंने करना जारी रखा.”
रोहित ने बताया था साइलेंट हीरो
श्रेयस अय्यर के इस बयान से साफ जाहिर होता है कि उन्हें केकेआर की तरफ से उतना क्रेडिट नहीं मिला जितना उन्हें मिलना चाहिए था. उनके इस बयान ने आईपीएल में एक नई बहस को जन्म दे दिया है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हीरो बनने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अय्यर को टीम का ‘साइलेंट हीरो’ कहा. इस पर बोलते हुए अय्यर ने कहा कि कभी-कभी उनके योगदान पर ध्यान नहीं दिया जाता है, लेकिन फिर भी वह टूर्नामेंट के दौरान किए गए प्रयास से खुश थे.
ये भी पढ़ें: IPL 2025: ‘आज आईपीएल पर ज्यादा…’, 27 करोड़ी पंत ने युवाओं को दिया गुरुमंत्र, सीख लें तो बदल जाएगी जिंदगी
‘सिंगल लेना आसान नहीं था’
अय्यर ने कहा, ”जब मैं पहचान के बारे में बात करता हूं, तो यह उस सम्मान के बारे में है. मैदान पर मैंने जो भी प्रयास किए, उसके लिए सम्मान. मुझे लगता है कि कभी-कभी इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, लेकिन मैंने जो प्रयास किए उनसे बेहद संतुष्ट हूं क्योंकि वे बल्लेबाजी करने के लिए आसान विकेट नहीं थे. खासकर जब गेंदबाज इतनी कसी हुई गेंदबाजी कर रहे थे, तो सिंगल लेना आसान नहीं था. मुझे बस खुद पर विश्वास था कि एक बार मुझे यहां-वहां दो छक्के मिल जाते हैं, तो मैं गति को अपनी तरफ मोड़ सकता हूं. सौभाग्य से मुझे वे महत्वपूर्ण समय पर मिले.”