IPL 2025 Second Ball Rule: आईपीएल 2025 के रोमांच के लिए स्टेज सज चुका है. इंतजार है तो बस 22 मार्च का, जिस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला खेला जाएगा. सीजन की शुरुआत से ठीक दो दिन पहले यानी 20 मार्च को BCCI ने एक बड़ा फैसला लिया, जिसके तहत एक गेम चेंजिंग नियम टूर्नामेंट में लागू होने के लिए तैयार है. यह फैसला मुंबई में कप्तानों की बैठक के दौरान लिया गया. आइए जानते हैं आखिर क्या है यह नियम.
आईपीएल में आया ये नया नियम
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ने पिछले कुछ सालों में कई नए नियम आए हैं, जिनमें स्ट्रेटेजिक टाइमआउट और इम्पैक्ट प्लेयर शामिल हैं. अब आईपीएल 2025 से ठीक पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में एक और नए नियम का ऐलान किया है, जो शाम के मैचों में दूसरी पारी के दौरान लागू होगा. दरअसल, नए दिशा-निर्देशों के अनुसार टीमों को दूसरी पारी के दसवें ओवर के बाद गेंद बदलने का विकल्प चुनने की अनुमति होगी. यह नियम मैचों के परिणाम पर ओस के प्रभाव को कम करने के लिए लाया गया है. आइए विस्तार से समझते हैं.
क्या है ‘सेकंड बॉल’ नियम?
दरअसल, रात के मैचों में ओस के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए ‘दूसरी गेंद’ नियम की शुरुआत की गई है. ओस के कारण गेंदबाजों के लिए गेंद को पकड़ना मुश्किल हो जाता है, जिससे बल्लेबाजों को काफी फायदा होता है, खासकर रन चेज के दौरान. इस समस्या से निपटने के लिए आईपीएल ने रात के मैचों में दूसरी गेंद के इस्तेमाल की अनुमति देने वाला प्रावधान पेश किया है. इस नियम के तहत मैदान पर मौजूद अंपायर दूसरी पारी के 11वें ओवर के बाद गेंद की स्थिति का आकलन करेंगे. अगर अत्यधिक ओस का पता चलता है, तो गेंदबाजी करने वाली टीम को नई गेंद का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी जाएगी. इस नियम का उद्देश्य गेंदबाजों को ओस वाली परिस्थितियों में बेहतर खेल का मैदान प्रदान करना है. यह नियम दोपहर के मैचों में लागू नहीं होगा.
आईपीएल के 17 सीजन के इतिहास में कई बार रात के मैचों में ओस के कारण मैच का फैसला तय हुआ है, क्योंकि दूसरी पारी में गेंदबाजों को काफी नुकसान होता है. इसलिए बल्ले और गेंद के बीच सही संतुलन लाने के लिए यह नियम लाया गया है.
सलाइवा लगाने से हटाया बैन
बीसीसीआई ने आगामी आईपीएल में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर लगा बैन भी हटा दिया, क्योंकि अधिकांश कप्तान इसके प्रस्ताव पर सहमत हो गए. बता दें कि कोविड-19 महामारी का परिणाम के चलते गेंद पर लार लगाने पर बैन लगा दिया गया था. 22 मार्च से शुरू होने वाली लीग से पहले मुंबई में कप्तानों की बैठक में यह फैसला लिया गया. बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘लार पर से बैन हटा दिया गया है. अधिकांश कप्तान इस कदम के पक्ष में थे. कुछ को इसे फिर से लागू करने पर संदेह था, कुछ अनिश्चित थे लेकिन अधिकांश ने इस कदम का समर्थन किया.’