Indian Premier League: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने युवाओं को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है. उनका मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आकर्षण स्वाभाविक है, लेकिन युवा क्रिकेटरों को देश का प्रतिनिधित्व करने पर ध्यान देना चाहिए. इसके बाद चीजें खुद ही सही होती जाएंगी. पंत आईपीएल में लखनऊ सुपर जाएंट्स की कप्तानी करेंगे. उन्हें फ्रेंचाइजी ने मेगा ऑक्शन में 27 करोड़ रुपये में खरीदा है.
भारत की तरफ से खेलने का था सपना
पंत चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. हालांकि, उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उन्होंने 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. पंत ने एक इंटरव्यू में कहा, ”बचपन से मेरा एक ही सपना था, भारत की तरफ से खेलना. मैंने कभी आईपीएल में खेलने के बारे में नहीं सोचा. मुझे लगता है कि लोग आज आईपीएल पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. निश्चित तौर पर यह बहुत बड़ा मंच है, लेकिन मेरा मानना है कि अगर आपका लक्ष्य देश की तरफ से खेलना है तो चीजें खुद ही सही होती जाएंगी और इनमें आईपीएल भी शामिल है.”
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‘सफलता आपका पीछा करेगी’
27 वर्षीय पंत ने कहा, ”अगर आप इस तरह की बड़ी सोच रखते हैं तो सफलता आपका पीछा करेगी. मैं हमेशा सोचता था कि मुझे एक दिन भारत की तरफ से खेलना है और ईश्वर के आशीर्वाद से मुझे 18 साल की उम्र में यह मौका मिला और मैं इसके लिए आभारी हूं.” पंत अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उनका ट्रेडमार्क शॉट एक हाथ से छक्का लगाना है. ऐसा करने में अक्सर बल्ला उनके हाथ से छूट जाता है. पंत ने बताया कि ऐसा क्यों होता है. उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि अक्सर ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मेरे निचले हाथ की ग्रिप ढीली होती है. मैं अपने निचले हाथ का उपयोग केवल थोड़ी मदद के लिए करता हूं, लेकिन कभी-कभी यह हावी हो जाता है. इसलिए मैं अपने ऊपरी हाथ की ग्रिप को कसकर रखता हूं.”
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जिम्नास्टिक कोच को दिया धन्यवाद
पंत ने यह भी बताया कि बचपन में जिमनास्टिक से जुड़े होने का उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में फायदा मिला. उन्होंने कहा, ”मैं बचपन में जिम्नास्टिक करता था. मेरे जिम्नास्टिक कोच हमेशा मुझसे कहते थे कि यह जीवन में बहुत काम आएगा. भारतीय टीम के हमारे ट्रेनर बासु सर ने एक बार मुझसे कहा था कि अपने जिम्नास्टिक कोच को धन्यवाद देना, क्योंकि उन्होंने बचपन में जो कुछ भी आपको सिखाया था उसका आज भी आपको फायदा मिल रहा है.” पंत ने कहा कि वे हैंड स्प्रिंग्स का अभ्यास करते रहे और इसने उनकी फिटनेस में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. उन्होंने युवाओं को यह भी संदेश दिया की खेल के किसी भी प्रारूप को खेलते समय अपने देश को सबसे पहले रखे.