Inzamam ul Haq: पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर आए दिन टीम इंडिया और भारतीय खिलाड़ियों को लेकर जहर उगलते रहते हैं. अब इंजमाम उल हक ने ऐसा किया है. इस पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने कहा है कि अगर भारत अपने खिलाड़ियों को विदेशी टी-20 लीगों खेलने के लिए नहीं भेजता है, तो दुनिया भर के अन्य बोर्डों को भी ऐसा ही रुख अपनाते हुए खिलाड़ियों को आईपीएल में भेजना बंद कर देना चाहिए.
इंजमाम का बवाली कमेंट
इंजमाम ने पाकिस्तान के एक लोकल न्यूज चैनल पर कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी को एक तरफ रख दें, आप आईपीएल को देखें, जिसमें दुनिया भर के सभी टॉप खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. लेकिन भारतीय खिलाड़ी अन्य लीग में खेलने नहीं जाते. इसलिए, सभी बोर्डों को अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में भेजना बंद कर देना चाहिए. अगर आप किसी लीग के लिए अपने खिलाड़ियों को रिलीज नहीं करते हैं, तो क्या अन्य बोर्डों को भी कोई रुख नहीं अपनाना चाहिए?’
Every board should stop sending their players in IPL: Inzimam UL Haq pic.twitter.com/8vp8OjEjV3
—Imran Siddique (@imransiddique89) March 13, 2025
बता दें कि स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर सहित भारतीय महिला क्रिकेटरों ने बीबीएल, डब्ल्यूसीपीएल, द हंड्रेड और अन्य जैसी विदेशी लीगों में खेला है. लेकिन भारत में पुरुष क्रिकेट के मामले में ऐसा नहीं है. बीसीसीआई ने अपने पुरुष क्रिकेटरों को विदेशी फ्रेंचाइजी टी20 लीग में हिस्सा लेने से रोक दिया है.
संन्यास के बाद ही विदेशी लीग खेलने की अनुमति
भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ही किसी क्रिकेटर को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति है. दिनेश कार्तिक ने पिछले साल संन्यास की घोषणा की थी, जिसके बाद वे SA20 में पार्ल रॉयल्स के लिए खेले. युवराज सिंह और इरफान पठान जैसे खिलाड़ियों ने भी GT20 कनाडा और लंका प्रीमियर लीग जैसे टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है, लेकिन भारतीय क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद ही.
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