Inter Home ministerial team to arrives in Jammu Will probe Rajouri mysterious deaths in Few Weeks | J&K:चुपके में मौत की नींद सुला देने वाली बीमारी का खुलेगा राज! जांच टीम ने संभाला मोर्चा

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Inter Home ministerial team to arrives in Jammu Will probe Rajouri mysterious deaths in Few Weeks | J&K:चुपके में मौत की नींद सुला देने वाली बीमारी का खुलेगा राज! जांच टीम ने संभाला मोर्चा



Mysterious disease in Jammu Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर गठित विशेषज्ञों की अंतर-मंत्रालयी टीम रविवार को राजौरी जिले के बुधल गांव का दौरा करने के लिए यहां पहुंचेगी. होम मिनिस्टर ने बीते शनिवार को जम्मू के राजौरी जिले में रहस्यमयी बीमारी से पिछले 6 हफ्ते में हुई 3 मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए गृह मंत्रालय की अगुवाई में एक अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आदेश दिया था. ये कदम इस क्षेत्र में हुई संदिग्ध मौतों की गहन जांच करने और इसके कारणों का पता लगाने के लिए उठाया गया है.
इस गांव में होगी जांचअधिकारियों ने बताया कि टीम बुधल गांव जाएगी, जहां अपने क्षेत्र के कुछ सबसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञ हैं. इस अंतर-मंत्रालयी टीम को जम्मू-कश्मीर के फोरेंसिक साइंस, पशुपालन और खाद्य सुरक्षा विभाग मदद करेंगे. राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बुधल गांव के तीन परिवारों के बच्चों सहित सोलह लोगों की 8 दिसंबर से एक बीमारी के कारण मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक इस बीमारी में तेज बुखार आता है, जो समय के साथ और बिगड़ जाता है. मरीज बेहोश होता है और फिर उसकी मौत हो जाती है.
बीमारी का जिम्मेदार कौन?देश की सबसे बेहतरीन प्रयोगशालाओं से विश्लेषण किए गए नमूनों से पता चला है कि इन मौतों के लिए कोई वायरस या बैक्टीरिया जिम्मेदार नहीं है. नमूनों में विषाक्त पदार्थ पाए गए हैं. राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एएस भाटिया की अध्यक्षता में स्थानीय डॉक्टरों की एक टीम ने स्थानीय लोगों की आशंकाओं को दूर करने के लिए शनिवार को बुधल गांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की.
डॉ. भाटिया ने कहा कि टॉक्सिक सब्सटांस से ब्रेन को नुकसान हो सकता है, जो तुरंत इलाज न किए जाने पर अपरिवर्तनीय हो सकता है.  उन्होंने कहा कि ज्यादातर मरीज विषाक्त पदार्थों के कारण अपरिवर्तनीय मस्तिष्क क्षति होने के बाद अस्पताल पहुंचे थे, जिसके बारे में उपस्थित डॉक्टर ज्यादा कुछ नहीं कर सके.
हरकत में प्रशासनजम्मू-कश्मीर सरकार ने राजौरी जिले की पुलिस से इन मौतों के आपराधिक पहलू की जांच करने को कहा है, क्योंकि गांव में सिर्फ 3 परिवार ही इन दुर्भाग्यपूर्ण मौतों से पीड़ित हैं. सात सदस्यों वाले एक परिवार ने अपने पांच सदस्यों को इस रहस्यमय बीमारी से खो दिया. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों द्वारा बुधल और आस-पास के गांवों के 3,500 निवासियों की जांच करने के बाद प्रभावित परिवारों को अलग कर दिया गया है. राजौरी पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और इन घटनाओं की जांच शुरू कर दी है.
(इनपुट-आईएएनएस)



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