इंस्पेक्टर ने रिटायरमेंट के 14 साल बाद भी नहीं छोड़ा सरकारी मकान, अब चुकाने होंगे 44 लाख, पुलिस पहुंची तो मचा हंगामा

admin

इंस्पेक्टर ने रिटायरमेंट के 14 साल बाद भी नहीं छोड़ा सरकारी मकान, अब चुकाने होंगे 44 लाख, पुलिस पहुंची तो मचा हंगामा

कानपुरः यूपी के कानपुर से हैरान करने वाली खबर है. यहां एक इंस्पेक्टर लगभग 14 सालों से सरकारी आवास में रह रहा था. उसे आवास खाली कराने के लिये नोटिस पर नोटिस भेजे जा रहे थे, लेकिन वह उस मकान से नहीं हटा. 7 साल पहले आखिरी बार विभाग की तरफ से उसे नोटिस जारी किया गया था. अब तक उस पर कुल 44 लाख 47 हजार 88 रुपये के किराये का बाकी था. अब पुलिस ने जैसे ही उसे खाली कराना चाहा, तो उसने जमकर हंगामा किया.

कानपुर के सेवानिवृत्ति इंस्पेक्टर 7 साल बाद भी डटे थे. हरबंश मोहाल में अधिकारियों के सामने जब खाली कराया गया, तो वह पुलिस से भिड़ गया. इंस्पेक्टर सत्यनारायण शुक्ला जो कि सेवानिवृत्त हो चुके थे. वह 14 साल से हरबंश मोहाल थाने के सरकारी आवास में कब्जा करके रह रहे थे. इसके पहले उन्हें कई बार नोटिस दिया जा चुका था. उन पर 44 लाख 47 हजार 800 रुपये किराया बाकी हो गया था.

यह भी पढ़ेंः Haryana Assembly Election: हरियाणा में सुनीता केजरीवाल ने संभाला मोर्चा, बोलीं- सरकार बनी तो महिलाओं को हर महीने ₹1000 और मुफ्त में बिजली

जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आवास खाली कराने पहुंचे तो उन्हें सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर का विरोध झेलना पड़ा. सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर ने जमकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी और आवास खाली करा लिया. एसीपी ने बताया कि सेनानिवृत्त इंस्पेक्टर सत्यनारायण शुक्ला को नोटिस जारी किया गया था. इसके बाद नियमानुसार शुक्रवार को एसीपी कैंट एसीएम-4 की मौजूदगी में कब्जा खाली कराया गया.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार सत्यनारायण शुक्ला पर 44 लाख 47 हजार 800 रुपये का बकाया निकला है. पुलिस इसे विभाग के नियमों के अनुसार वसूल करेगी मुख्यालय से लिखापढ़ी कराई गई है. इसके अलावा अब 140 पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी किया गया है. पुलिस लाइन के 14 और शहर के सभी थानों में बने 126 आवासों पर जिले से बाहर तैनात और सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है. इसकी वजह से दूसरे जिलों से आए पुलिस कर्मियों के परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

कोई पुलिसकर्मी किराए पर तो कोई रिश्तेदारों के घर डेरा जमाए हुए है. दूसरे जिलों से आए पुलिस कर्मियों ने जब आवास की मांग की तो आवास खाली न होने की बात कही गई. कुछ समय पहले इसकी समीक्षा की तो पता चला कि बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी अवैध रूप से सरकारी आवासों पर कब्जा किए हैं. इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई.
Tags: Kanpur news, UP news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 18:30 IST

Source link