गाबा: ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में 9 विकेट से हरा दिया है. इंग्लैंड की टीम इस मुकाबले में कहीं ठहर ही नहीं सकी और मुकाबला हार गई. अब इंग्लैंड की टीम को एक और झटका लगा है. ICC ने उन पर जुर्माना लगाया है. आइए जानते हैं, किस वजह से आईसीसी ने इंग्लैंड पर जुर्माना लगाया है.
इस वजह से आईसीसी ने लगाया जुर्माना
पहले एशेज टेस्ट मैच में करारी हार से आहत इंग्लैंड को तब एक और करारा झटका लगा जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस मैच में धीमी ओवर गति के लिए उस पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और इसके साथ ही उसे आईसीसी (ICC) वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पांच अंक भी गंवाने पड़े. आईसीसी से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक तय समय में पांच ओवर कम गेंदबाजी करने के आरोप में एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी डेविड बून ने यह फैसला सुनाया. ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच नौ विकेट से जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के काटे गए प्वाइंट
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार तय समय में ओवर पूरा करने में विफल रहने पर हर ओवर के लिए एक अंक काटने का प्रावधान है. इसके मुताबिक इंग्लैंड के कुल अंकों में से पांच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप अंक काट लिए गए हैं.खिलाड़ियों और टीम के सहयोगी सदस्यों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 (न्यूनतम ओवर-गति से संबंधित) में आवंटित समय में ओवर पूरा करने में विफल रहने पर प्रत्येक ओवर के लिए मैच का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है.
इस बल्लेबाज पर भी लगा जुर्माना
इसके साथ ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड पर आईसीसी आचार संहिता के स्तर एक के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. हेड ने खिलाड़ियों एवं टीम के सहयोगी सदस्यों के आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3 का उल्लंघन किया था, जो किसी इंटरनेशनल मैच के दौरान अपशब्दों (अभद्र भाषा) के इस्तेमाल से जुड़ा है. इसके अलावा, हेड के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। यह 24 महीने की अवधि में उनका यह पहला अपराध था.
इस समय हुई थी घटना
यह घटना गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 77वें ओवर में हुई, जब हेड ने बेन स्टोक्स की गेंद पर शॉट लगाने के बाद अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. हेड ने अपराध के साथ मैच रेफरी द्वारा प्रस्तावित प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया और इसकी औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और रॉड टकर, तीसरे अंपायर पॉल विल्सन और चौथे अधिकारी सैम नोगाज्स्की ने ये आरोप तय किए. स्तर एक के उल्लंघनों में न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार है. इसमें खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम 50 प्रतिशत जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक जोड़ने का भी प्रस्ताव हैं.