नई दिल्ली: भारत टीम साउथ अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच सेंचुरियन में खेलेगी. पहली बार यहां सीरीज जीतने का भारतीय टीम के पास सुनहरा मौका है. कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए, दोनों देशों के बीच टेस्ट और वनडे सीरीज खेलने का फैसला किया गया था, जबकि टी20 सीरीज को बाद में कराने का निर्णय लिया गया है.
भारत के पास बेहतर गेंदबाजी आक्रामण
भारतीय टीम के उपकप्तान केएल राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘अभी तक सिर्फ पहले टेस्ट मैच की चर्चा हुई है. हम ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं. सीरीज का पहला टेस्ट मैच हमारे लिए अच्छी शुरुआत के लिए सबसे महत्वपूर्ण है. हमारी सारी चर्चा और फोकस पहले गेम में सर्वश्रेष्ठ करने पर है’. 2018 के दौरे के बाद से जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया है, इसके बाद मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा के साथ उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर ने भारत के लिए अच्छा किया है
फास्ट बॉलर्स को सपोर्ट करतीं पिचें
साउथ अफ्रीका की पिचें हमेशा ही फास्ट बॉलर्स की मददगार होती है. भारतीय बल्लेबाजों को हमेशा से ही तेज गेंदबाजों को खेलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. साउथ अफ्रीका में गेंद स्विंग और सीम करती है. वहां गेंदबाजों को पिच से स्विंग, गति और उछाल मिलता है, लेकिन इस बार कहानी कुछ अलग हो सकती है. भारतीय पेस बैट्ररी में जसप्रीत बुमराह जैसा घातक गेंदबाज शामिल है, जो किसी भी वक्त मैच का पासा पलट सकता है. वहीं मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज भी अपना जलवा दिखाने को तैयार हैं.
यह भी पढ़े: SA के खिलाफ टेस्ट मैच में भारत की प्लेइंग 11 तय? विराट करेंगे 2 प्लेयर्स को कुर्बान!
साउथ अफ्रीका के कप्तान ने भारतीय गेंदबाजी को ताकत
भारत की तेज गेंदबाजी लाइनअप को साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने सबसे बड़ी चुनौती बताया है. उन्होंने कहा, “इस समय उनकी ताकत उनकी गेंदबाजी है. हम इसके बारे में भी बेहद जागरूक हैं. एक गेंदबाजी इकाई के रूप में उन्हें बहुत सारी सफलताएं मिली हैं. उनके पास बहुत अच्छे गेंदबाज हैं जो आक्रमण का नेतृत्व करते हैं. मुझे लगता है कि दक्षिण अफ्रीका में होने के नाते उनके गेंदबाज परिस्थितियों का फायदा उठाएंगे.’
भारतीय बल्लेबाजी में है दम
भारतीय टीम अपने बल्लेबाजी के कारण ही पूरी दुनिया में जानी जाती है. भारतीय बल्लेबाजी क्रम में बहुत ही ज्यादा गहराई है. विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने कई शानदार पारियां साउथ अफ्रीका में खेली हैं. वहीं, भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा साउथ अफ्रीका में रन बनाए हैं. सचिन ने साउथ अफ्रीका में 15 टेस्ट मैचों में 1161 रन बनाए हैं. भारतीय बल्लेबाजों पर बड़ा स्कोर खड़ा करने की जिम्मेदारी होगी. भारतीय बल्लेबाजी में बहुत ही ज्यादा गहराई है.
नहीं जीती साउथ अफ्रीका में सीरीज
टीम इंडिया ने दुनिया के हर कोने में अपनी जीत का परचम लहराया है, लेकिन भारतीय टीम अभी तक साउथ अफ्रीका में एक भी सीरीज नहीं जीत पाई है. टीम ने वहां पर 20 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें सिर्फ 3 में जीत मिली है. सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड़ जैसे कप्तान जो कारनामा नहीं कर पाए. वो कारनामा करने का मौका विराट कोहली के पास मौका है.