भुवनेश्वर: भारत ने अगले साल होने वाले बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Birmingham Commonwealth Games) की हॉकी इवेंट्स में टीमें नहीं भेजने का अपना फैसला वापिस ले लिया है और क्वालीफाई करने पर वह अपनी टीमें भेजेगा. राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
कोरोना वायरस महामारी और कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों (Asian Games) के बीच ज्यादा वक्त का फासला नहीं होने के कारण हॉकी इंडिया ने इस साल की शुरूआत में 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में टीमें नहीं भेजने का फैसला किया था.
भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा (Narinder Batra) और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के दखल के बाद यह फैसला बदला गया. दोनों ने राष्ट्रमंडल खेलों की हॉकी स्पर्धा में भारत की भागीदारी की गारंटी दी थी. बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 28 जुलाई से 8 अगस्त 2022 तक होने हैं जबकि एशियाई खेल 10 सितंबर से शुरू होंगे.
सीजीएफ अधिकारी ने कहा,‘आईओए ने सीजीएफ अध्यक्ष से कहा है कि टीमों के क्वालीफाई करने पर वे उन्हें इन खेलने के लिए भेजेंगे. भारत के खेल मंत्री ने दखल दिया है और मैं समझता हूं कि वह काफी प्रभावशाली है.सीजीएफ अध्यक्ष आईओए अध्यक्ष से लगातार संपर्क में हैं.’
भारतीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इससे पहले मंत्रालय से पूछे बिना खेलों से पीछे हटने के हॉकी इंडिया के फैसले की आलोचना की थी. सीजीएफ अधिकारी ने यह भी बताया कि क्वींस बेटन रिले को लेकर सीजीएफ और आईओए में बात चल रही है. बेटन अगले साल 12 से 15 जनवरी के बीच भारत में होगी.