Indian Army Officer Job Entry: भारतीय सेना को दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक माना जाता है. इसमें शामिल होना न केवल गर्व की बात है बल्कि यह देश की सेवा करने का एक बेहतरीन अवसर भी देता है. हर साल भारतीय सेना हजारों युवा उम्मीदवारों को अपनी रैंक में शामिल करती है. अगर आप भी सेना में ऑफिसर बनने की ख्वाहिश रखते हैं, तो नीचे दिए गए इन परीक्षाओं में से किसी एक में पास करना होगा. तभी यह ख्वाहिश पूरी हो सकती है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में एंट्री पाने के लिए UPSC के जरिए साल में दो बार परीक्षा आयोजित की जाती है. अगर आप 12वीं पास हैं और आपकी उम्र 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच है, तो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. परीक्षा में मैथ्स, अंग्रेजी और जनरल नॉलेज से संबंधित प्रश्न होते हैं. लिखित परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को सेवा चयन बोर्ड (SSB) के इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है. चयनित उम्मीदवारों को पुणे स्थित NDA में तीन साल का ट्रेनिंग दिया जाता है, जिसके बाद वे इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) देहरादून में एक साल का अतिरिक्त ट्रेनिंग लेते हैं.
कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDSE) अगर आप ग्रेजुएट हो चुके हैं और भारतीय सेना में ऑफिसर बनने का सपना देख रहे हैं, तो UPSC के जरिए आयोजित कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDSE) के माध्यम से सेना में शामिल हो सकते हैं. यह परीक्षा साल में दो बार होती है और इसके तहत चयनित उम्मीदवारों को इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA), ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA), एयरफोर्स एकेडमी (AFA) और नेवल एकेडमी (NA) में ट्रेनिंग दिया जाता है. लिखित परीक्षा के बाद SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट पास करना होना होता है. CDSE के जरिए आप स्थायी कमीशन या शॉर्ट-सर्विस कमीशन (SSC) के तहत सेना में शामिल हो सकते हैं.
टेक्निकल एंट्री स्कीम (TES)अगर आपने 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (PCM) के साथ कम से कम 70% मार्क्स हासिल किए हैं, तो आप TES (Technical Entry Scheme) के तहत भारतीय सेना में शामिल हो सकते हैं. इस स्कीम के तहत चयनित उम्मीदवारों को चार साल तक इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ मिलिट्री ट्रेनिंग भी दिया जाता है. कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त किया जाता है.
आर्मी कैडेट कॉलेज (ACC)यह भर्ती उन सैनिकों के लिए होती है जो पहले से सेना में कार्यरत हैं और अधिकारी बनना चाहते हैं. उम्मीदवार जिनकी आयु 20 वर्ष से 27 वर्ष के बीच है और 10+2 पास है, तो वे इस स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं. उन्हें पहले एक लिखित परीक्षा पास करनी होती है, फिर SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के बाद उन्हें आर्मी कैडेट कॉलेज (ACC) में तीन साल की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद वे एक साल इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) में ट्रेनिंग लेते हैं और अधिकारी के रूप में सेना में शामिल होते हैं.
शॉर्ट-सर्विस कमीशन (SSC)अगर आप भारतीय सेना में कुछ वर्षों तक सेवा देना चाहते हैं, तो शॉर्ट-सर्विस कमीशन (SSC) आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.SSC (टेक्निकल): इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए यह स्कीम अच्छा है. चयनित उम्मीदवारों को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA), चेन्नई में 49 हफ्तों का ट्रेनिंग दिया जाता है.SSC (नॉन-टेक्निकल): अन्य ग्रेजुएट उम्मीदवारों के लिए यह ऑप्शन उपलब्ध है, जहां वे निर्धारित ट्रेनिंग के बाद सेना में शामिल होते हैं. SSC के तहत अधिकारी शुरुआत में 10 साल के लिए सेना में सेवा देते हैं, जिसे बाद में 14 साल तक बढ़ाया जा सकता है.
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