Paras Mhambrey Statement on Ranchi Pitch: रांची टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप्स तक इंग्लैंड के 353 रन के जवाब भारत ने 7 विकेट के नुकसान पर 219 रन बना लिए हैं. 20 साल के इंग्लैंड के युवा स्पिनर शोएब बशीर ने 4 भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. भारत के बल्लेबाज इंग्लैंड के स्पिनर्स के आगे जूझते नजर आए. अब भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने दूसरे दिन खेल के बाद पिच को लेकर बयान दिया है. उनका मानना है कि जेएससीए खेल कॉम्प्लेक्स की पिच ‘रैंक टर्नर’ नहीं थी, लेकिन दूसरे दिन से ही इसके इतना धीमा होने की उम्मीद नहीं की थी.
स्टंप्स के बाद बोले बॉलिंग कोचम्हाम्ब्रे ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘यहां पर हमने पहले जो मैच खेले हैं, उन्हें देखते हुए जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, इसका विकेट धीमा होता जाता है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘इसकी प्रकृति के हिसाब से यह धीमा जाता है. हमें इसकी उम्मीद थी, लेकिन सच कहूं तो हमने यह नहीं सोचा था कि यह दूसरे दिन से ही इतना धीमा हो जाएगा. इस तरह के अलग तरह के उछाल की उम्मीद नहीं थी.’
रैंक टर्नर नहीं है पिच
म्हाम्ब्रे ने यह भी कहा, ‘मैं अभी इसे ‘रैंक टर्नर’ नहीं कहूंगा, क्योंकि उछाल नीचा है जिससे बल्लेबाजी करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण है. मुझे नहीं लगता कि इतनी ज्यादा गेंद तेजी से स्पिन हुई थीं या इन्हें खेलना मुश्किल था.’ कोच ने कहा कि टीम मैनेजमेंट की पिच तैयार करने में कोई भूमिका थी, क्योंकि यह स्थानीय एसोसिएशन के ही अधिकार क्षेत्र में आता है. उन्होंने कहा, ‘पहले तो हमारा जगह पर कोई कंट्रोल नहीं होता. यहां जिस तरह का विकेट होता है, यह हमेशा ऐसा ही रहता है, कभी भी ‘रैंक टर्नर’ नहीं होता. यह ही पिच का नेचर है.’ म्हाम्ब्रे ने बताया, ‘हमारी टीम ने कोई विशेष निर्देश नहीं दिया था कि हम ‘रैंक टर्नर’ पर खेलना चाहते है. निश्चित रूप से यहां की मिट्टी राजकोट से अलग है.’
जीत के लिए भारत को करनी होगी मेहनत
टीम इंडिया को अगर यह मैच जीतना है तो काफी मेहनत करनी होगी. सबसे पहले तीसरे दिन भारत को जितना ज्यादा हो सके उतना इंग्लैंड को मिली बढ़त को कम करना होगा. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को कमाल दिखाते हुए इंग्लैंड को दूसरी में कम से कम रनों पर ऑलआउट करना होगा. अगर ऐसा नहीं होता है तो मेजबान टीम के हाथ से यह मैच फिसल सकता है.