India A vs Australia A Melbourne: IND vs AUS Test: न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को अब ऑस्ट्रेलिया में मुश्किल टेस्ट सीरीज खेलनी है. उसके ऊपर 2014 से चली आ रही जीत के क्रम को जारी रखने का दबाव है. टीम इंडिया पिछले 10 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है. हालांकि, इस बार परिस्थितियां एक दम अलग है. टीम इंडिया कीवियों से होमग्राउंड पर हारने के बाद भारी दबाव में है. ऐसे में अब सभी खिलाड़ियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
राहुल फेल, जुरेल हिट
सीनियर टीम से पहले इंडिया ए टीम वहां पहुंच चुकी है. ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में इंडिया ए 2 अनऑफिशियल टेस्ट मैच खेल रही है. पहले मुकाबले में टीम को हार का सामना करना पड़ा. दूसरे मैच से पहले अनुभवी केएल राहुल और विकेटकीपर ध्रुव जुरेल इंडिया ए टीम से जुड़ गए थे. न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद दोनों को तुरंत ही ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया था. मेलबर्न में केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दोनों पारियों में फेल रहे. वह 4 और 10 रन ही बना पाए. दूसरी ओर, ध्रुव जुरेल ने दोनों पारियों में फिफ्टी लगाकर इस मौके के हाथ से नहीं जाने दिया.
जुरेल ने दिखाया दम
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा पहले एक या दो मैच में नहीं खेल सकते हैं. वह पारिवारिक कारणों से टीम से अलग रहेंगे. ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल टीम इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मैच में ध्रुव जुरेल ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. पहली पारी में उन्होंने 186 गेंदों में 80 रन बनाकर साबित किया है कि वह ऑस्ट्रेलिया की चुनौतीपूर्ण पिचों पर भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके बाद वह दूसरी पारी में भी हिट रहे. उन्होंने 122 गेंद पर 68 रन बनाए. इस दौरान 5 चौके लगाए. स्विंग और बाउंस के सामने उन्होंने दमदार बैटिंग की.
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क्यों ध्रुव जुरेल हैं खास?
तकनीकी रूप से मजबूत: ध्रुव जुरेल तकनीकी रूप से बहुत मजबूत बल्लेबाज हैं। उनकी बल्लेबाजी में संतुलन और स्थिरता है.दबाव में खेलने की क्षमता: उन्होंने कई बार दबाव वाली स्थितियों में भारत के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं.विकेटकीपिंग: ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग भी करते हैं, जो उन्हें टीम के लिए एक खास खिलाड़ी बनाता है.बड़े शॉट लगाने की क्षमता: ध्रुव जुरेल बड़े शॉट लगाने में माहिर हैं. वह स्पिन और फास्ट बॉलर दोनों तरह के गेंदबाजों की धुनाई कर सकते हैं.अनुभव: जुरेल पहले भी ऑस्ट्रेलिया में खेल चुके हैं और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों का अनुभव है. अब इंडिया ए के लिए खेलते हुए उन्होंने खुद को साबित भी कर दिया है.
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भारत के लिए कर चुके हैं डेब्यू
ध्रुव जुरेल के पास भारत के लिए 3 टेस्ट मैचों में खेलने का अनुभव है. उन्होंने इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में डेब्यू किया था. जुरेल ने करियर की पहली पारी में 46 रन बनाकर खुद को साबित कर दिया था. वह अब तक 4 पारियों में बल्लेबाजी कर चुके हैं. इस दौरान 63.33 की औसत से 354 रन बनाए हैं. उनके नाम एक अर्धशतक हैं. इंग्लैंड जैसी मजबूत गेंदबाजी के सामने इस प्रदर्शन के बावजूद वह प्लेइंग-11 में जगह बनाने का इंतजार कर रहे हैं. ऋषभ पंत की वापसी ने उनकी राह को और ज्यादा कठिन बना दिया है. अब मेलबर्न में उन्होंने 2 फिफ्टी लगाकर यह साबित कर दिया है कि वह बतौर बल्लेबाज भी खेल सकते हैं.