शिवहरि दीक्षित / हरदोईः अगर कहीं लड्डू का नाम आता है तो संडीला के ही लड्डू सबसे आगे आते हैं. इसको तैयार करने में सबसे पहले लड्डू की बूंदी को तैयार किया जाता है. फिर उसके बाद इसे चीनी के पाउडर में लपेट कर ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है. इन संडीला के लड्डुओं पर शुगर पाउडर की लेयर इन्हें और खास बना देती है. जिसकी वजह से ग्राहक इन्हें बहुत पसंद करते हैं.
सालों से लोगों के मुंह की मिठास बढ़ाने वाले संडीला के लड्डू कभी खास तरीके से बनाये जाते थे. मगर आज के समय में ना वो बनाने वाले रह गए और ना वह लड्डू. हालांकि, आज भी कुछ पुरानी दुकाने हैं जो कि पहले जैसे लड्डू खिलाने का प्रयास करती हैं. मगर उनमें लागत ज्यादा लगने की वजह से वह भी इसकी मात्रा को कम ही रखते हैं.
इन लड्डूओं के नवाब भी थे दिवाने
कई साल पुरानी पद्धति से बनने वाले बेसन के लड्डुओं के लखनऊ के नवाब से लेकर हैदराबाद के नवाब तक दीवाने थे. इनके व्यंजनों में संडीला के लड्डुओं का भी स्थान रहता था. मगर लगातार बढ़ती महंगाई के चलते बेसन के लड्डुओं की जगह गोंद के लड्डू आ गए.
यहां आज भी हांडी में रखकर बिकते है लड्डू
कुछ साल पहले यह लड्डू हांडी में रखकर बिकते थे. सड़क से आवागमन और रेलवे स्टेशन पर आपको हांडी में रखे लड्डू बिकते हुए दिख जाते थे. आज के समय में हांडी में रखकर बेचने की प्रथा केवल संडीला के रेलवे स्टेशन पर ही देखने को मिलेगी.
सण्डीला के लड्डू की 50 साल पुरानी दुकान
हरदोई के सण्डीला में ठीक चौराहे के पास स्थित एक 50 वर्ष पुरानी लड्डू की दुकान है. दुकानदार संजय जायसवाल बताते हैं कि उनकी इस दुकान को उनके बाबा के द्वारा खोला गया था. जिसके बाद उनके पिता ने संभाली और अब संजय और उनके बेटे इस दुकान को चला रहे हैं. यह भी कह सकते हैं कि सण्डीला के लड्डुओं की मिठास को लोगों के मुंह तक पहुंचाने के लिए चौथी पीढ़ी दुकान को संचालित कर रही है.
.Tags: Food, Food 18, Hardoi, UP newsFIRST PUBLISHED : May 31, 2023, 09:48 IST
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