मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) का इस्तेमाल आजकल महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है. यह इको-फ्रेंडली और बजट-फ्रेंडली होने के कारण सैनिटरी पैड्स और टैम्पोन का एक सेफ ऑप्शन माना जाता है. लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें मेंस्ट्रुअल कप की वजह से एक महिला को किडनी में सूजन और पेशाब में खून आने की समस्या हुई. इस दुर्लभ लेकिन गंभीर समस्या ने डॉक्टर्स को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है.
साइंसअलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एक 30 वर्षीय महिला को पेट के दाहिने हिस्से में दर्द, पेशाब में खून और किडनी में सूजन की शिकायत थी. जब डॉक्टरों ने जांच की तो पाया कि महिला ने मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल किया था, जिसकी गलत पोजिशनिंग के कारण उसकी दाहिनी यूरिटर दब गई थी. यूरिटर वह नली होती है, जो किडनी से ब्लैडर तक यूरिन पहुंचाने का काम करती है.
डॉक्टरों ने महिला को तुरंत मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग बंद करने की सलाह दी. कप हटाने के बाद उनकी स्थिति में सुधार हुआ और किडनी की सूजन भी कम हो गई. डॉक्टर्स ने निष्कर्ष निकाला कि मेंस्ट्रुअल कप की गलत पोजिशन से यूरिन के फ्लो में रुकावट हुई, जिससे यह समस्या पैदा हुई.
क्यों होता है यह खतरा?विशेषज्ञों के अनुसार, यदि मेंस्ट्रुअल कप का आकार बहुत बड़ा हो या वह गलत तरीके से लगाया जाए, तो वह यूरिटर पर दबाव डाल सकता है. खासतौर पर उन महिलाओं में यह खतरा ज्यादा होता है, जिनकी पेल्विस का झुकाव असामान्य होता है. इससे किडनी पर दबाव बढ़ सकता है और गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
इस खतरे से कैसे बचें?डॉक्टर्स का कहना है कि मेंस्ट्रुअल कप आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन इन्हें इस्तेमाल करने से पहले सही साइज और शेप को चुनना बहुत जरूरी है. साथ ही, इसे सही तरीके से इंसर्ट करना भी महत्वपूर्ण है. यदि कप लगाने के बाद पेट या कमर में दर्द, पेशाब में खून या असहजता महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.