नई दिल्ली: विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के निर्णायक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ 2-1 से भारत ने ये सीरीज गंवा दी और साउथ अफ्रीका की धरती पर सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर सपना ही रह गया. भारत की हार के सबसे बड़े गुनहगार प्लेइंग 11 के ही 3 खिलाड़ी रहे. ये 3 खिलाड़ी अगर टीम में ना होते तो शायद टीम इंडिया ये सीरीज जीत सकती थी.
चेतेश्वर पुजारा
एक समय टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा इस वक्त टीम की सबसे बड़ी कमजोरी बन चुके हैं. पुजारा ने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 43 और दूसरी पारी में सिर्फ 9 रन की पारी खेली. इसके अलावा पुजारा ने दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी के दौरान कीगन पीटरसन का कैच भी स्लिप में टपका दिया. ये कैच उस वक्त छूटा जब भारत को विकेट्स की सख्त जरूरत थी. पुजारा की तुलना भारत के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ से की जाती है और उन्हें टीम की नई दीवार माना जाता है. लेकिन पिछले 2 साल से पुजारा की फॉर्म को ना जाने किसकी नजर लगी है. उन्होंने अपना आखिरी शतक 2019 में लगाया था. उसके बाद से उन्होंने 12 अर्धशतक जरूर लगाए हैं. साउथ अफ्रीका दौरे पर भी उन्हें जमकर मौके दिए गए लेकिन वो अपने नाम के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाए. ऐसे में वो शायद इस दौरे पर आखिरी बार नजर आ रहे हैं.
मयंक अग्रवाल
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में इस सीरीज में ओपनिंग की जिम्मेदारी मयंक अग्रवाल को सौंपी गई थी. अग्रवाल इस जिम्मेदारी पर पूरी तरह नाकाम रहे. पूरी सीरीज में इस बल्लेबाज ने टीम की नैया डुबाए रखी. तीसरे टेस्ट की पहली पारी में मयंक ने 15 और दूसरी पारी में सिर्फ 7 रन ही बनाए. वो टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत देने में हर बार नाकाम रहे. अगर तीसरे टेस्ट में मयंक ने एक हाफ सेंचुरी भी लगाई होती तो शायद निर्णय कुछ और भी हो सकता था.
अजिंक्य रहाणे
पुजारा की ही तरह टीम के दूसरे बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का करियर भी बर्बाद होने की ओर पहुंच चुका है. रहाणे के लिए भी साउथ अफ्रीका दौरा आखिरी साबित हो सकता है. रहाणे ने केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में 9 और दूसरी पारी में सिर्फ 1 रन बनाया. रहाणे की जगह लेने के लिए श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी तैयार बैठे थे लेकिन सेलेक्टर्स ने इस बल्लेबाज को चुनकर एक बार फिर मुसीबत मोल ली. ये बल्लेबाज पिछले कुछ समय से पूरी तरह फ्लॉप रहा है. अगर रहाणे ने अपना पिछला शतक 2020 में लगाया था. साउथ अफ्रीका दौरे पर भी रहाणे अबतक फेल ही रहे हैं और उन्हें शायद आखिरी बार टीम में देखा जा रहा है.