पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से मशहूर है. मुरादाबाद से पीतल व अन्य धातुओं से बने सजावटी उत्पाद का एक्सपोर्ट किया जाता है. लेकिन पश्चिमी देशों में आई मंदी का असर पीतल नगरी के निर्यात पर पड़ा है. निर्यातकों का कहना है कि यहां पर निर्यात घटकर 40 से 50% हो गया है लेकिन सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 15% की गिरावट हुई है. निर्यात घटने का अहम कारण रूस यूक्रेन जंग सहित अन्य हालात रहे हैं. अब इजराइल और फिलिस्तीन की जंग भी असर डालेगी.
निर्यातकों का कहना है कि पहले रूस अमेरिका स्पेन ब्रिटेन जर्मनी सहित अन्य देशों की काफी मात्रा में आर्डर मिलते थे. निर्यातक आर्डर पूरा करने के लिए बराबर भाग दौड़ में लगे रहते थे. इससे दस्तकारों को काफी काम मिलता था. यहां भी भट्टियां भारतीय सामान बनाने के लिए कार्य करती रहती थी. किसी निर्यात को को फुर्सत नहीं मिलती थी. कोरोना महामारी के बाद अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों को अर्थव्यवस्था लड़खड़ाने लगी है. कोरोना महामारी के बाद स्थिति में सुधार आया. लेकिन पिछले साल रूस और यूक्रेन की जंग छिड़ गई. इस जंग में पश्चिम के देश शामिल हो गएहैं.
अर्थव्यवस्था पर लगी गहरी चोट
इस कारण अमेरिका ब्रिटेन जर्मनी आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों की अर्थव्यवस्था पर गहरी चोट लगी है. रूस के कारोबारी ने मुरादाबाद के निर्यातकों को रुपए में भुगतान करना शुरू कर दिया था. जंग के चलते रस से अब ऑर्डर आने बंद हो गए हैं. जिला उद्योग केंद्र के अनुसार पिछले साल 11340 करोड़ का निर्यात हुआ था 2022-23 में यह घटकर 9900 करोड़ हो गया.
जंग का असर भी कुछ दिनों में दिखाई देगा
उद्योग विभाग के संयुक्त आयुक्त योगेश कुमार का कहना है कि निर्यात कम होने के कई कारण हो सकते हैं. इस मामले में उच्च स्तर पर समीक्षा होती रहती है. तो वहीं हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के महासचिव देश अग्रवाल का कहना है कि पश्चिमी देशों में चलते निर्यात के कारोबार में 50% असर पड़ा है. अब विदेशी कारोबारी ऑर्डर काम दे रहे हैं. अब एक और जंग छिड़ गई है इसका असर भी कुछ दिनों में दिखाई देगा.
.Tags: Hindi news, Israel-Palestine, Local18, Moradabad News, UP newsFIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 07:59 IST
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