रिपोर्ट : अखंड प्रताप सिंह
कानपुर. आईआईटी कानपुर देश नहीं बल्कि दुनिया में अपने स्टार्टअप के लिए जाना जाता है. आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप दुनिया में अपनी छाप छोड़ चुके हैं. वहीं, अब एक बार फिर से भारत सरकार के निर्देश पर डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (डीएसटी) और आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ स्टार्टअप को बढ़ावा देंगे. आईआईटी कानपुर कई सालों से स्टार्टअप के साथ काम कर रहा है और उनको तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रहा है. साथ ही अब चिकित्सा क्षेत्र, कृषि क्षेत्र और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में यह स्टार्टअप चयनित किए गए हैं. अब डीएसटी के सहयोग के साथ इनके लिए काम किया जाएगा. इसके लिए 15 स्टार्टअप चयनित किए गए हैं. इन स्टार्टअप को कंपनी के रूप में विकसित किया जाएगा.
बता दें कि पिछले दिनों निर्माण ऐसिलेटर प्रोग्राम 2022 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इसके लिए 500 से अधिक स्टार्टअप ने आवेदन किया था. इस प्रतियोगिता का आयोजन करने का मुख्य देश देश में हो रहे स्टार्टअप को बढ़ावा देना था.
यह स्टार्टअप हुए हैं चयनितसप्त कृषि, नोवा बिल्ड, एक्सयूरॉन डॉट एआई, एलसीबी फर्टिलाइजर, फॉर्मोलॉजी, प्रोमीट लेनेक टेक, प्राइमरी हेल्थटेक, क्लिमेक लैब्स जैसे मुख्य स्टार्टअप लिस्ट में शामिल हैं. इन स्टार्टअप को आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे. इसके साथ ही भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा इनको जरूरत के हिसाब से फंड्स भी दिए जाएंगे. यह सारे स्टार्टअप कृषि क्षेत्र, चिकित्सा क्षेत्र ,तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं.
बहरहाल, आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप ने कोरोना के समय भी बेहद अच्छा काम करके दिखाया था. चाहे स्वासा के द्वारा तैयार किए गए मास्क हों, या कम समय में तैयार किए गए वेंटिलेटर हों, या फिर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हों. यही नहीं, देश के साथ इनको दुनिया ने अपनाया था और जमकर सराहना भी हुई थी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Iit kanpur, Indian startups, Kanpur news, Startup IdeaFIRST PUBLISHED : October 27, 2022, 17:40 IST
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