अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने उत्तर प्रदेश में प्रथम रैंक हासिल करके भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ – Indian Institutional Ranking Framework) 2024 के अनुसार विधि की शिक्षा प्रदान करने वाला उत्तर प्रदेश का टॉप राज्य विश्वविद्यालय बन गया है. उत्तर प्रदेश के सभी विधि संस्थानों में, यह एएमयू, बीएचयू और राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के बाद चौथे स्थान पर है, जोकि केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने वर्ष 2024 में विधि संस्थानों और विश्वविद्यालयों में देश में 32वां स्थान हासिल किया है. उन्होंने बताया कि यह रैंकिंग फ्रेमवर्क एजुकेशन पोस्ट द्वारा प्रस्तुत किया गया है, जो पांच महत्वपूर्ण मापदंडों के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन करता है. जैसे रोजगार क्षमता, शिक्षण-सिखाने के संसाधन, संकाय, बुनियादी ढांचा और प्रोजेक्ट और केस स्टडी.
विदेशी स्टूडेंट बढ़ेंगेलोकल 18 से बात करते हुए उन्होंने बताया कि विधि संकाय ने इन पांच मानदंडों के बीच शिक्षण-अधिगम संसाधनों और बुनियादी ढांचे में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है. विधि संकाय की इस उल्लेखनीय उपलब्धि से भारतीय और विदेशी छात्र छात्राओं के ज्यादा से ज्यादा आकर्षित होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि हाल ही में विश्वविद्यालय ने शिमागो इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग 2024 में देश में 91वां स्थान हासिल किया है, जो विश्वविद्यालय के लिए अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों पर जश्न मनाने का एक अन्य कारण के रूप में आईआईआरएफ परिणामों के महत्व को रेखांकित करता है.
आगे करेंगे और बेहतरइस पर कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि विश्वविद्यालय की रैंकिंग में ये महत्वपूर्ण सुधार उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम, शिक्षकों की नियुक्ति और बुनियादी ढांचे (विभिन्न प्रकार की सुविधाओं) का परिणाम है. इन कारकों ने शिक्षण और अनुसंधान की गुणवत्ता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
.Tags: Local18, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : March 31, 2024, 11:50 IST
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