How to Identify Fake Medicines Major Tips for Consumers Nakli Dawa Ko Kaise Pahchane | नकली दवाइयों को कैसे पहचानें, डॉक्टर ने बताए ऐसे टिप्स, आप भी बचा सकेंगे अपनों की जान

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How to Identify Fake Medicines Major Tips for Consumers Nakli Dawa Ko Kaise Pahchane | नकली दवाइयों को कैसे पहचानें, डॉक्टर ने बताए ऐसे टिप्स, आप भी बचा सकेंगे अपनों की जान



How to Identify Fake Medicines: दुनिया भर में पब्लिक हेल्थ नकली दवाओं के बाजार की वजह से गंभीर रूप से खतरे में है. साल 2023 के वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के एक आकलन के अनुसार, लो और मिडिल इनकम वाले देशों में 10 में से एक मेडिकल प्रोडक्ट घटिया या नकली है, जिससे लाखों लोगों की जान जोखिम में है. दुनिया भर में जेनेरिक दवाओं के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक, भारतीय बाजार भी इस समस्या से जूझ रहा है. ग्राहकों को असली और असरदार दवाओं के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है. डॉ. सुजित पाल (Dr. Sujit Paul) ने बताया कि हम असली और नकली दवाइयों के बीच कैसे फर्क कर सकते हैं.
ऐसे पहचानें फेक मेडिसिन
1. पैकेजिंग डिटेल्स को चेक करेंजेनेरिक हों या ब्रांडेड, असली दवाएं आमतौर पर डिटेल्ड जानकारी के साथ प्रीमियम पैकेजिंग में पेश की जाती हैं। दूसरी ओर, नकली दवाओं में अक्सर धोखाधड़ी के साफ संकेत होते हैं, जैसे उनके लेबल पर टाइपिंग या स्पेलिंग की गलतियां. इसके अलावा, प्रामाणिक दवाओं में हमेशा बैच नंबर, मैन्युफैक्चरर का पता और मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जैसी जरूरी जानकारी होती है. छेड़छाड़ किए गए सील एक और चेतावनी संकेत हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए. दवा की वैधता को वेरिफाई करने के लिए, सुनिश्चित करें कि सील अटूट है और छेड़छाड़ के किसी भी संकेत से फ्री है.

2. दवा की जांच करेंसंभावित नकली दवाओं को पहचानने के लिए, दवाओं के दिखने के तरीके पर खास ध्यान दें. पिछली खरीद से रंग, आकार या बनावट में अंतर चेतावनी के संकेत हो सकते हैं. मिसाल के तौर पर, एक दवा जो रंग या स्थिरता में असामान्य रूप से अलग दिखाई देती है, वो असली नहीं हो सकती है. इसके अलावा, अगर किसी दवा का स्वाद या गंध सामान्य से अलग है, तो तुरंत अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से कंफर्म कराना सबसे अच्छा है.
3. सोर्स की जांच करें
नकली दवाओं से बचने के लिए नामी वेंडर्स से दवाएं खरीदना जरूरी है. अनरिलायबल इंटरनेट साइट्स और स्ट्रीट सेलर से बचें और हमेशा अप्रूड व्यापारियों या लाइसेंस वाले फार्मेसीज को चुनें. भारत में कम दाम पर मिलने वाली प्रीमियम जेनेरिक दवाएं एक विश्वसनीय विकल्प हैं, जिससे ग्राहकों की सुरक्षा और प्रामाणिकता सुनिश्चित होती है.
4. अपनी जेनेरिक दवाओं को पहचानेंअपनी भारी मांग के कारण, जालसाज अक्सर जेनेरिक दवाओं को निशाना बनाते हैं, जो ब्रांडेड दवाओं के एक पॉपुलर और किफायती ऑप्शन हैं. 2024 की एक स्टडी में पाया गया है कि भारत की कुल बिक्री का तकरीबन 5% नकली जेनेरिक दवाओं का है. ये सुनिश्चित करने के लिए कि आप असली जेनेरिक दवाएं खरीद रहे हैं. आप भरोसेमंद कंपनियों या चेन को चुनें, जो कड़े गुणवत्ता मानकों को बनाए रखती हैं. ये सुनिश्चित करने के लिए कि लेबल पर एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट (API) निर्धारित दवा से मेल खाता है, हमेशा इसकी दोबारा जांच करें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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