how team india performed in knockout matches world cup history india vs new zealand semi final rohit sharma | Team India: वर्ल्ड कप नॉकआउट मैचों में कैसा रहा है टीम इंडिया का प्रदर्शन? 1975 से 2019 तक ये रहे आंकड़े

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Team India Record in World Cup Knockout Matches: भारत की मेजबानी में खेला जा रहा आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 लीग चरण के बाद अब सेमीफाइनल तक पहुंच चुका है. भारत समेत साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड खिताब नाम करने की जंग लड़ेंगी. भारत की भिड़ंत 2019 वर्ल्ड कप में हार का मुंह दिखाने वाले न्यूजीलैंड टीम से होगी. 2011 के बाद से टीम लगातार दो वर्ल्ड कप में नॉकआउट मैच हारकर बाहर हुई है. आइए एक नजर डालते हैं भारत के वर्ल्ड कप इतिहास में नॉकआउट मुकाबलों में प्रदर्शन पर.
1983 का वो ऐतिहासिक पल 1975 में पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप हुआ. इसमें भारत नॉकआउट मुकाबलों तक पहुंचने मे कामयाब नहीं हुआ. वहीं, 1779 वर्ल्ड कप में भी भारत लीग मैच खेलकर ही टूर्नामेंट से बाहर हो गया. 1983 वर्ल्ड कप में भारत के लाजवाब प्रदर्शन ने टीम को पहला वर्ल्ड कप खिताब जिताया. दिग्गज कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया. इसके बाद फाइनल में दो बार की वर्ल्ड चैंपियन टीम वेस्टइंडीज को धूल चटाकर खिताब अपने नाम किया था.
1987-1996 में झेलनी पड़ी हार
1983 में चैंपियन बनने के बाद 1987 में भी टीम इंडिया ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन इंग्लैंड ने वानखेड़े के मैदान पर भारत को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. वहीं, 1992 वर्ल्ड कप में भारत टीम राउंड रोबिन स्टेज से ही बाहर हो गई है. 1996 वर्ल्ड कप में टीम की एक बार फिर ट्रॉफी जीतने की उम्मीदें जगीं, जब भारत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा. हुआ यूं कि सेमीफाइनल में श्रीलंका से मिले 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के 120 रन पर 8 विकेट गिर चुके थे. इस खराब प्रदर्शन पर ईडन गार्डन्स में बैठे दर्शक भड़क उठे और आगजनी करने लगे. इसकी वजह से अंपायरर्स को मैच रद्द करना पड़ा और श्रीलंका को विजेता घोषित किया गया. 1999 में टीम इंडिया सुपर सिक्स तक ही पहुंच पाई और टूर्नामेंट से बाहर हो गई.
2003 फाइनल में हार लेकिन 2011 में रचा इतिहास
2003 वर्ल्ड कप में सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम ने सेमीफाइनल में केन्या को हराकर फाइनल में जगह जरूर बनाई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने खिताबी जंग में बाजी मार ली. 2007 वर्ल्ड कप राहुल द्रविड़ की कप्तानी में किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. खिताब जीतने की दावेदार मानी जा रही टीम इंडिया ग्रुप स्टेज के मुकाबले खेलकर ही बाहर हो गई. इसके बाद 2011 में अपनी सरजमीं पर भारत ने जो वापसी की उसका पूरी दुनिया ने गुणगान किया. भारत ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का वो विनिंग सिक्स इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया.
2015-2019 में सेमीफाइनल में हार
टीम इंडिया ने 2011 वर्ल्ड कप वाला फॉर्म जारी रखते हुए 2015 में भी बेहतरीन क्रिकेट खेला. विराट कोहली की कप्तानी में भारत सेमीफाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब रहा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर खिलाड़ियों और फैंस का दिल तोड़ दिया. टीम को 95 रन से हार झेलनी पड़ी. इसके बाद 2019 में फिर टीम ने खिताब जीतने की हूंकार भरी. रोहित शर्मा ने इस टूर्नामेंट में इतिहास रचते हुए 5 शतक जड़े. लीग मैचों में भारत का दबदबा रहा, लेकिन सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली 18 रन से हार के साथ ही टीम का वर्ल्ड कप जीतने का सपना एक बार फिर टूटा.
2023 में भारत का लाजवाब प्रदर्शन
टीम इंडिया ने मौजूदा वर्ल्ड कप 2023 में कमाल का प्रदर्शन करते हुए लीग मैचों में अपना लोहा मानवाया है. भारत इकलौती ऐसी टीम ने जो इस सीजन अब तक एक भी मैच नहीं हारी है. सेमीफाइनल में एक बार फिर न्यूजीलैंड से ही सामना होने वाला है. टीम के पास 2019 का बदला लेने का भी मौका है. जो खेल भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक दिखाया है, अगर वही सेमीफाइनल में भी दिखा तो टीम फाइनल में बड़े आराम से जगह बना सकती है. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना वाला यह मैच हाई-स्कोरिंग हो सकता है. लीग मैच में भारत ने यहां एक मैच खेला था, जिसमें श्रीलंका को 55 रनों पर ढेर कर दिया था. वहीं, इंडिया ने बल्लेबाजी करते हुए 357 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था.



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