आज के डिजिटल युग में ईयरबड्स (Earbuds) लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं. चाहे ऑफिस में काम करना हो, म्यूजिक सुनना हो या किसी से फोन पर बातचीत करनी हो, ईयरबड्स का इस्तेमाल हर जगह बढ़ता जा रहा है. हालांकि, लंबे समय तक ईयरबड्स का इस्तेमाल सुनने की क्षमता पर बुरा असर डाल सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि ईयरबड्स का जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से इस्तेमाल कानों की सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. आइए जानते हैं कि ईयरबड्स कैसे सुनने की क्षमता को प्रभावित करते हैं और इससे बचाव के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
ईएनटी सर्जन डॉ. जाफरहुसैन एस. सूरा के मुताबिक, लंबे समय तक ईयरबड्स का इस्तेमाल करने से कान के अंदर की नाजुक हियरिंग सेल्स को नुकसान पहुंच सकता है, जो दिमाग तक आवाज पहुंचाने में मदद करती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अगर 85 डेसिबल (dB) से अधिक आवाज को लगातार सुना जाए तो इससे सुनने की क्षमता को स्थायी नुकसान हो सकता है. चौंकाने वाली बात यह है कि ज्यादातर ईयरबड्स 100 dB तक की आवाज पैदा करते हैं, जिससे यूजर्स को हियरिंग लॉस का खतरा होता है.”
ईयरबड्स से होने वाली समस्याएं
शोर से होने वाला हियरिंग लॉस: ज्यादा तेज आवाज में लंबे समय तक म्यूजिक सुनने से धीरे-धीरे सुनने की क्षमता कमजोर हो जाती है. इस समस्या के लक्षणों में कानों में घंटी बजना, हल्का या मफल्ड सुनाई देना और शोरगुल वाले माहौल में सुनने में दिक्कत शामिल हैं.
कान में संक्रमण और ब्लॉकेज: ईयरबड्स का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से कान में बैक्टीरिया और नमी फंस सकती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, ईयरबड्स कान के मैल को अंदर की ओर धकेलते हैं, जिससे ब्लॉकेज और अस्थायी हियरिंग लॉस हो सकता है.
हियरिंग लॉस से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय* ईयरबड्स का इस्तेमाल 60% वॉल्यूम पर 60 मिनट से ज्यादा समय तक न करें.* इनसे बैकग्राउंड नॉइज कम होता है, जिससे आप कम वॉल्यूम पर भी स्पष्ट सुन सकते हैं.* ईयरबड्स के रबर टिप्स को समय-समय पर अल्कोहल स्वैब से साफ करें.* ईयरबड्स की जगह हेडफोन बेहतर विकल्प हो सकते हैं क्योंकि वे कानों को कम नुकसान पहुंचाते हैं.* हर एक घंटे के बाद कानों को कुछ मिनट का ब्रेक दें ताकि सुनने की क्षमता प्रभावित न हो.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.