Ishan Kishan Team India: भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को नेशनल टीम में चयन के विचार के लिए किसी भी तरह का क्रिकेट खेलना शुरू करना होगा. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारत की जीत के बाद जब द्रविड़ से किशन के इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से लंबे ब्रेक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा इस खिलाड़ी ने खुद ‘ब्रेक’ मांगा था. बता दें कि कुछ ही समय पहले तक सभी फॉर्मेट में भारतीय टीम के नियमित सदस्य ‘किशन’ व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे के बीच में ब्रेक मांगने के बाद से क्रिकेट से दूर हैं. वह भारत के लिए पिछली बार नवंबर 2023 में खेले थे. किशन मौजूदा रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए भी नहीं खेल रहे हैं.
‘मैंने समझाने की कोशिश की है’
द्रविड़ ने किशन को लेकर कहा, ‘हर किसी के लिए वापसी का एक तय रास्ता है. मैं किशन मुद्दे पर उस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता. मैंने जितना हो सके इसे समझाने की कोशिश की है. मुद्दा यह है कि उसने खुद ‘ब्रेक’ का अनुरोध किया था. हम उसे ‘ब्रेक’ देकर खुश हैं.’ वापसी पर द्रविड़ ने कहा, ‘जब भी वह तैयार हो, मैंने यह नहीं कहा कि उसे घरेलू क्रिकेट खेलना है, मैंने कहा कि जब भी वह तैयार है, उसे कुछ क्रिकेट खेलना होगा और वापस आना होगा. यह उसे तय करना है कि वह कब खेलना शुरू करेगा. हम उसे कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं.’
किशन से हो रही है बातचीत
इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में केएस भरत की खराब बल्लेबाजी के बाद टीम में किशन की वापसी की मांग उठ रही है. ऋषभ पंत दिसंबर 2022 में कार दुर्घटना की चोट से पूरी तरह से उबरे नहीं है. शुरुआती दो टेस्ट में भरत के अलावा टीम में विकेटकीपर ध्रुव जुरेल भी शामिल थे. द्रविड़ ने कहा, ‘हम किशन के संपर्क में है. उन्होंने अभी तक ठीक से खेलना शुरू नहीं किया है, इसलिए फिलहाल इस पर हम विचार नहीं कर सकते. क्योंकि आप जानते हैं कि शायद वह तैयार नहीं हैं. ऋषभ के चोटिल होने और अन्य चीजों के कारण हमारे पास विकल्प हैं. मुझे यकीन है कि सेलेक्टर्स सभी विकल्पों पर विचार करेंगे.’
भरत को लेकर दिया बयान
द्रविड़ ने कहा कि भरत खुद भी अपनी बल्लेबाजी से खुश नहीं होंगे. उन्होंने कहा, ‘इसके लिए निराशा कड़ा शब्द है. मैं उस शब्द का इस्तेमाल नहीं करूंगा. कई बार युवा खिलाड़ियों को बैलेंस करने में समय लगता है. वह अपनी स्पीड से आगे बढ़ते है. एक कोच के तौर पर चाहते हैं कि खिलाड़ी मौके का फायदा उठाए. उसकी विकेटकीपिंग अच्छी है और वह खुद भी यह मानेगा कि वह बल्ले से अच्छा कर सकता था.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)