अभिषेक जायसवाल/वाराणसी : बनारस की होली पूरे दुनिया में मशहूर है. यहां रंग गुलाल के साथ चिता की भस्म से भी होली खेली जाती है. होली के इस मस्ती में बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर का अलग ही रंग देखने को मिला है. गोबर में लेटकर बीएचयू के रिटायर्ड प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा गोबर वाली होली खेलते नजर आए. सोशल मीडिया पर उन्होंने अपने इस अनोखे होली का वीडियो भी पोस्ट किया तो लोगों ने उनपर चुटकी लेना शुरू कर दिया. बताते चलें कि कौशल किशोर मिश्रा बीएचयू के सोशल साइंस विभाग के डीन भी रह चुके है.
इस अनोखी होली को लेकर कौशल किशोर मिश्रा ने बताया कि गाय का गोबर काफी फायदेमंद है और पुराने समय में काशी में लोग गोबर की होली खेला करते थे. शहर के पक्के महल और उससे सटे इलाकों में लोग होली के दिन एक दूसरे पर रंगों के साथ गोबर भी फेंकते थे. चौक, गोदौलिया, कबीरचौरा इसके लिए मशहूर था. होली पर निकलते वाली शिव बारात में भी लोग गाय के गोबर की होली खेलते थे और यह परम्परा भी थी, लेकिन अब बदलते दौर में रंग और गुलाल की होली खेली जाने लगी.
बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर ने गिनाए फायदेउन्होंने बताया कि गोबर के होली के कई फायदे भी है.इससे शरीर के बैक्टीरिया मर जाते है और होली का रंग भी आसानी से छूट जाता है. कौशल किशोर मिश्रा के गोबर वाली होली का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है और लोग इसको लेकर फेसबुक और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चुटकी भी ले रहे है.
.Tags: Local18, UP news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : March 26, 2024, 21:57 IST
Source link