Hockey Pro League 2023: भारतीय टीम शुक्रवार को जब राउरकेला एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग (FIH Pro League) मुकाबले में विश्व चैम्पियन जर्मनी के सामने होगी तो उसकी निगाहें नई शुरूआत करने पर लगी होंगी. स्टार ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारतीय टीम जनवरी में हुए विश्व कप के अंतिम 16 से बाहर हो गई थी.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
भविष्य में बेहतर करने पर होगा जोर
टूर्नामेंट में छह गोल से संयुक्त तीन शीर्ष स्कोरर में से एक भारतीय कप्तान ने कहा है कि इस चरण में प्रत्येक मैच हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है, विशेषकर तब जब प्रतिद्वंद्वी टीमें आस्ट्रेलिया और जर्मनी हों. उन्होंने आगे कहा कि यह हमारे लिए अच्छा है कि हमें इतने चुनौतीपूर्ण मैच खेलने को मिल रहे हैं क्योंकि हमारा ध्यान एशियाई खेलों पर लगा हुआ है. इसलिए हम सुनिश्चित करेंगे कि हम इस तरह के मैच खेलकर बतौर टीम सुधार करें और भविष्य में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें.
कोच डेविड जॉन और बीजे करियप्पा संभालेंगे इन मैचों की जिम्मेदारी
वर्ल्ड कप में भारत ने सर्कल के अंदर कई बार सेंध लगाई लेकिन इनका इस्तेमाल नहीं कर पाया. उन्होंने कहा कि बेंगलुरू में शिविर में हमने इसके बारे में बात की और इस पर काम किया. ग्राहम रीड के टीम से अलग होने के बाद यह भारत का पहला मैच है. क्रेग फुल्टन को टीम का कोच नियुक्त किया गया लेकिन इस दक्षिण अफ्रीकी के मैचों के बाद टीम से जुड़ने की संभावना है. अंतरिम कोच डेविड जॉन और बीजे करियप्पा चार मैचों में टीम की जिम्मेदारी संभालेंगे.
जर्मनी अपने फॉर्म को मेंटेन करने पर देगी जोर
वर्ल्ड कप की निराशा के बाद भारत ने सीनियर खिलाड़ी मंदीप सिंह, आकाशदीप सिंह और अमित रोहिदास को टीम से बाहर कर दिया जबकि गोलकीपर कृष्ण पाठक अपनी शादी के कारण इन मैचों में नहीं खेल पाएंगे. उप कप्तान बनाए गए हार्दिक सिंह ने कहा कि भारत अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव करेगा लेकिन मूल रणनीति वही रहेगी. भारत अंक तालिका में अभी चौथे स्थान पर है जबकि जर्मनी आठ अंक से पाचवें स्थान पर है. विश्व कप जीतने के बाद जर्मनी की टीम आत्मविश्वास से लबरेज होगी और मैट्स ग्रामबुश की अगुआई में इसी फॉर्म को जारी रखना चाहेगी.
(इनपुट: एजेंसी)
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