रिपोर्ट : सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. प्रकाश पर्व दीपावली देशभर में धूमधाम से मनाया गया. लेकिन दीपोत्सव के ठीक अगले दिन साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है. यह आज यानी 25 अक्टूबर मंगलवार को लगेगा. यह ग्रहण अपने आप में भी खास हो जाता है क्योंकि हिंदू पंचांग के मुताबिक हर वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हुए दिवाली का त्योहार मनाया जाता है और उसके दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. लेकिन इस बार दिवाली के अगले ही दिन सूर्यग्रहण लगेगा. कई वर्षों बाद दीपावली और गोवर्धन पूजा के बीच ऐसा संयोग बन रहा है.
धार्मिक शास्त्रों में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है. दरअसल, ग्रहण के पहले सूतक लगने पर किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जा सकते. ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के मुताबिक, धर्मनगरी अयोध्या पर शाम 4:25 से लेकर शाम 5:35 बजे यानी 1 घंटे 10 मिनट तक सूर्यग्रहण का साया रहेगा. ऐसे में रामनगरी अयोध्या के सारे मठ-मंदिर लगभग 12 घंटे पहले बंद हो गए हैं.
भूल कर भी न करें ये काम
ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के अनुसार, सूर्यग्रहण के समय देवी-देवताओं की पूजा करना वर्जित होता है. यहां तक कि भगवान की मूर्ति छूना भी वर्जित माना जाता है. ग्रहण समाप्त होने के बाद मठ-मंदिर समेत घर को गंगाजल से शुद्ध किया जाता है. इतना ही नहीं सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए, सोना नहीं चाहिए, गोदोहन, मल-मूत्र त्याग न करें, नुकीली चीजों चाकू, कुल्हाड़ी और सुई आदि का उपयोग न करना ज्यादा फलदायी होगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Solar eclipse, UP newsFIRST PUBLISHED : October 25, 2022, 12:33 IST
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