मंगला तिवारी/मिर्जापुर: सरकार के द्वारा लगातार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है, ताकि प्राचीन धरोहरों को संरक्षित किया जा सके. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित चुनार किला को सरकार के द्वारा संस्कृत विभाग से निशुल्क पर्यटन विभाग को स्थानांतरित किया जाएगा. सरकार के द्वारा चुनार किला को म्यूजियम व हेरिटेज होटल आदि पर्यटन इकाइयों के रूप में विकसित किया जाएगा. ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक चुनार किला दर्शन कर सके. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया है, जिसके बाद तैयारी तेज हो गई हैं.
बता दें, चुनार का किला कई किदवंतियों को अपने में समेटे हुआ है. चुनार किला को देखने के लिए देश ही नही बल्कि विदेशों से लोग यहां आते है. मिर्जापुर के इस प्राचीन धरोहर को विकसित करने के लिए कैबिनेट में महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. इसके तहत किले का कायाकल्प किया जाएगा. किला में पर्यटकों के लिए म्यूजियम, हेरिटेज होटल, रिजॉर्ट आदि पर्यटन इकाई के रूप में विकसित किया जाएगा. कायाकल्प करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर टेंडर लाकर किले को लीज पर दिया जाएगा. इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि भी होगी, जहां कई लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा.
17 शासकों ने किया है किले पर राजमिर्जापुर जिले में स्थित चुनार किला पर 17 शासकों ने राज किया है. 2067 साल पहले उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने किले का निर्माण कराया था. जितने शासकों ने किले पर राज किया,उन्होंने कुछ न कुछ नया निर्माण कराया. 1333 में स्वामी राजा ने अपनी बेटी राजकुमारी सोनवा के लिए सोनवा मंडप का निर्माण कराया. 1567 में अकबर के द्वारा किले के दक्षिणी द्वार पर अकबरी गेट का निर्माण कराया गया था. चुनार किले में 10 दर्शनीय स्थल है, जहां घूमने के लिए पर्यटक दूर दराज से आते है.
वारेन हेस्टिंग्स ने करवाया था धूप घड़ी का निर्माणचुनार किला पर ब्रिटिश हुकूमत का भी राज रहा. 1765 में ईस्ट इंडिया के अधीन आने के बाद किले के दक्षिणी ओर एक नया द्वार बनाया गया. इस द्वार से अंग्रेजों के वाहन आते जाते थे. यहीं नही ईस्ट इंडिया कंपनी के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स का सबसे प्रिय किला रहा था. 1781 में वारेन हेस्टिंग्स के लिए एक धूप घड़ी का निर्माण कराया गया था. चुनार किले में अंग्रेजों का अस्तबल था, जहां पूर्वी द्वार से किले में अंग्रेजों के घोड़े आते थे. वहीं, इस प्राचीन किले में योगीराज भर्तहरि का समाधि स्थल भी मौजूद है.
.Tags: Local18, Mirzapur news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 03, 2023, 21:55 IST
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