Symptoms of heart disease: भारत में दिल की बीमार एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चिंता है और इसके एक बड़े बोझ के लिए जिम्मेदार भी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दिल की बीमारी से भारत में सभी मौतों के एक चौथाई से अधिक के लिए जिम्मेदार है, जो इसे देश में मृत्यु दर का प्रमुख कारण बनाता है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी 2019 के अनुसार, 2019 में भारत में होने वाली सभी मौतों में दिल की बीमारी का 28% हिस्सा था. उस वर्ष भारत में दिल की बीमारी के कारण लगभग 2.8 मिलियन (28 लाख) से ज्यादा मौतें हुई थी.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
अध्ययन में यह भी पाया गया कि इस्केमिक हार्ट डिजीज भारत में दिल की बीमारी के कारण मृत्यु का प्रमुख कारण था, इसके बाद स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त दिल की बीमारी थी. जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण, आहार और शारीरिक गतिविधि में कमी के कारण आने वाले वर्षों में दिल की बीमारी का बोझ भी बढ़ने की उम्मीद है.
पैरों में मिलते हैं दिल की बीमारी के लक्षणदिल की बीमारी के लक्षण व्यक्ति के परिवर्तन तथा विशेष प्रकार के दिल की बीमारी पर निर्भर कर सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
पैरों में सूजन: यह एक सामान्य लक्षण हो सकता है जब दिल ठीक से काम नहीं करता है और शरीर में तरल पानी का भंडार हो जाता है.
दर्द या असहजता: दिल की बीमारी के लक्षणों में से एक है, पैरों में दर्द या असहजता. यह एक तेज दर्द हो सकता है या एक दबाव के रूप में महसूस हो सकता है.
अक्सर गांठ जैसी सूजन: दिल की बीमारी वाले लोगों में, पैरों में अक्सर गांठ जैसी सूजन हो सकती है. इससे पैरों में दर्द, असहजता या तनाव महसूस हो सकता है.
पैरों में ठंडक: दिल की बीमारी के लक्षणों में से एक ठंडक का अनुभव हो सकता है. पैरों में ठंडक का अनुभव होना इस बात की निश्चित संदेह दिलाता है कि शरीर में उचित रूप से तरल पानी का बहाव नहीं हो रहा है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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