Heart Attack Treatment: How to survive after heart attack Know 5 life saving tips sscmp | Heart Attack Treatment: दिल का दौरा पड़ने के बाद कैसे बचाएं जान, जानिए 5 लाइफ सेविंग टिप्स

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Heart Attack Treatment: हार्ट अटैक किसी को भी लाचार और बेबस कर सकता है. हालांकि, यदि आप और आपके आस-पास के लोग पहले से ही प्राथमिक उपचार के स्टेप्स के बारे में जानते हैं, तो आप किसी को बचा सकते है.दिल में खून की कमी के कारण अचानक दिल का दौरा पड़ सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि हार्ट अटैक से कैसे बचा जाए या किसी ऐसे व्यक्ति की मदद कैसे करें जिसे दिल का दौरा पड़ा हो.
1. लक्षणों की पहचान (heart attack symptoms)हार्ट अटैक के बाद आपके साथ क्या होगा, इसका सबसे अच्छा संकेत यह है कि आप इसके लक्षणों को कितनी तेजी से पहचानते हैं. सीने में दर्द, असुविधा या दबाव के आम लक्षणों के अलावा दिल का दौरा पहले से बीमार (डायबिटीज जैसी बीमारी) पुरुषों और महिलाओं में अलग तरह से पड़ सकता है. इनमें से कुछ लक्षण हैं- अपच या मतली, अत्यधिक थकान, सांस की तकलीफ और आमतौर पर अस्वस्थ महसूस करना.
2. एम्बुलेंस को कॉल करेंडॉक्टर सलाह देते हैं कि यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस करते हैं, फिर भी आपको तुरंत एक एम्बुलेंस को कॉल करना चाहिए, भले ही आप सुनिश्चित न हों कि यह दिल का दौरा है. बहुत सारे मरीज अपने लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं और इसलिए जब तक वे अस्पताल आते हैं, तब तक उनके दिल की मांसपेशी मर चुकी होती है.
3. एस्पिरिन लेंयदि आपको हार्ट अटैक पड़ने के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आप एस्पिरिन लें. एस्पिरिन लेने से आपकी आर्टरीज के अंदर बनने वाले खून के थक्के को तोड़ने में मदद मिल सकती है, जो हार्ट अटैक के दौरान आर्टरी में खून के फ्लो को रोकता है. डॉक्टर भी इसे निगलने के बजाय चबाने की सलाह देते हैं, ताकि यह आपके सिस्टम में तेजी से प्रवेश कर सके.
4. खुद अस्पताल न जाएंअगर आपको दिल का दौरा पड़ रहा है, तो खुद को अस्पताल ले जाने के बजाय तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें. आप होश खो सकते हैं और सड़क पर खुद को या दूसरों को चोट पहुंचा सकते हैं. यदि आपके आस-पास के किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है, तो बेहतर होगा कि आप उसे स्वयं ले जाने के बजाय एम्बुलेंस को कॉल करें क्योंकि यदि रास्ते में उनके लक्षण बिगड़ जाते हैं तो आप उनकी मदद करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं. साथ ही, आप ठीक से गाड़ी चलाने से विचलित हो सकते हैं, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है.
5. सीपीआर शुरू करेंयदि दिल का दौरा पड़ने वाला व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है या आपको उसकी नाड़ी नहीं मिल रही है, तो ब्लड फ्लो को बनाए रखने के लिए सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) शुरू करें. आप पहले आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करें और फिर सीपीआर शुरू करें. 
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.



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