Winter stroke and heart attack: पिछले कुछ दिनों में घने कोहरे और शीत लहरों ने भारत के पूरे उत्तरी क्षेत्र को ढक दिया है. अधिकांश राज्यों में तापमान में अचानक गिरावट देखी जा रही है. इतना ही नहीं, ठंड के कारण होने वाली बीमारियों की संख्या में इजाफा हुआ है. हाल के दिनों में एक बीमारी जिसने लोगों के सेहत को बुरी तरह प्रभावित किया है वह दिल की बीमारी है.
इस समय सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक दिल्ली और उत्तर प्रदेश हैं. यह के लोग न केवल अचानक आने वाली शीत लहरों से जूझ रहे हैं, बल्कि ठंड के साथ आने वाली बीमारियों (जैसे दिल की बीमारी) से भी जूझ रहे हैं. हाल ही में एक आंकड़ा सामने आया है, जिससे पता चला है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले पांच दिनों में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के कारण 98 लोगों की मौत हो गई है. ये आंकड़े लक्ष्मीपत सिंघानिया इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड कार्डियक सर्जरी ने शेयर किए हैं.
भारत में ज्यादा ठंड के कारण हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक क्यों हो रहा है?क्या सर्दियों में दिल का दौरा पड़ना आम बात है? हां, ठंड के महीनों में दिल की बीमारी, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर बहुत आम समस्याएं हैं. भारत में तापमान में अचानक गिरावट से हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में अचानक वृद्धि हुई है. डॉक्टरों के अनुसार, इस अचानक उछाल का सबसे आम कारण ठंड का मौसम है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. इससे दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं जैसे- अचानक दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक आदि.
ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण
चक्कर आना
बात करते समय भ्रम
धुंधला दिखना
बैलेंस के साथ समस्या
चेहरे, हाथ या पैर में कमजोरी या सुन्न पड़ना
गंभीर सिरदर्द
हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण
छाती में दर्द
सीने में बेचैनी
ठीक से सांस नहीं ले पाना
जबड़े, गर्दन, पीठ, हाथ या कंधे में दर्द या बेचैनी
मतली
हल्का सिरदर्द
असामान्य रूप से थका या अत्यधिक थकान महसूस होना
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.