विकाश कुमार/ चित्रकूट : हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई बहुत लोग घायल हो गए. इसको लेकर आम जनता से लेकर साधु संतो में आक्रोश है. लोग इस तरह के कार्यक्रमों पर निगरानी ना रखने और धर्म के नाम पर कुछ भी करने की छूट देने को लेकर सरकार पर भी नाराजगी दिखा रहे हैं. अब इस मामले में धर्म नगरी चित्रकूट के जगद्गुरु पदमविभूषण से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य ने भी टिप्पणी की है. रामभद्राचार्य ने शोक जताते हुए इस सत्संग के कर्ता धर्ता बाबा हरिनारायण पर तीखी टिप्पणी की है. उनका कहना है कि इसमें सरकार का कोई दोष नही है यह बाबा मनमुखि और राक्षस था.आप को बता दें कि मंगलवार को हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में काफी लोगों की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि मृतकों में महिलाओं की भी काफी ज्यादा संख्या है. यह वह लोग थे जो अपने घर से कई किलोमीटर की यात्रा कर के सत्संग सुनने हाथरस पहुंचे थे. सत्संग में अचानक भगदड़ में लोगों की मौत होती गई. घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस में लाशों का ढेर जम गया था.स्वामी रामभद्राचार्य बोले बाबा मनमुखि हैइस मामले में चित्रकूट के जगद्गुरु पदमविभूषण से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य ने बयान देते हुए कहा है कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इसमें सरकार का कोई भी दोष नहीं है. रामभद्राचार्य ने कहा कि सत्संगी बाबा ने सरकार को कार्यक्रम की सूचना नहीं दी थी. उनका कहना है की यह भोले बाबा हरिनारायण मनमुखि राक्षस रूप का था. इस बाबा पर रेप का केस भी लगा हुआ है.रामभद्राचार्य का कहना है कि जब पापी लोग सत्संग करेंगे तो लोग तो मारेंगे ही. उनका कहना है कि सत्संग में सूट-बूट पहनकर प्रवचन देने की कोई परंपरा नहीं है. अगर यह साकार नारायण है तो उसके सत्संग में इतने लोग मरे कैसे. भोली भाली जनता को बहका कर चौपट करवा दिया, प्रशासन का कोई दोष नहीं है. कार्यक्रम के लिए लिए प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी गई. इसके साथ ही रामभद्राचार्य ने कहा कि इस मामले में सरकार और प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 21:50 IST