ग्वालियर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण हरि साकार के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. इस दर्दनाक घटना के बाद बाबा का कनेक्शन मध्य प्रदेश में भी मिला है. ग्वालियर शहर के तिगरा रोड पर झंडा का पूरा गांव के हरी विहार में बाबा का आलीशान आश्रम है, जहां पर अक्सर बाबा यहां आकर सत्संग किया करता था. इसमें हजारों की संख्या में उसके अनुयाई शामिल होते थे. तिघरा थाना पुलिस जब आश्रम पहुंची तो वहां ताला लगा था. बताया जा रहा है कि बाबा के सेवक ने किराए पर प्रॉपर्टी ली थी. 2023 में ग्वालियर में बाबा का सत्संग हुआ था. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें भोले बाबा के नाम से नहीं जानते, नारायण हरि साकार के नाम से जानते थे. यहां काफी लोग आते थे. इससे आस-पास के लोगों को काफी परेशान होती थी.
स्थानीय लोगों का कहना है उनके आश्रम में काफी लोगों की भीड़ पहुंच जाती थी. इससे आस-पास के लोगों को काफी परेशानी होती थी. आने-जाने में बहुत दिक्कत थी. बाबा को मंच पर बैठकर भाषण दिया करते थे. खुद को परमात्म बताते थे. बोलते थे किसी देवी-देवता को नहीं मानना है, लेकिन हम लोगों ने कभी इस बाबा को नहीं माना.
उज्जैन की महिला की हुई मौत
उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग में हुए हादसे में ग्वालियर की रहने वाली एक महिला की भी मौत हो गई है. हाथरस सत्संग में शामिल होने के लिए ग्वालियर से सोमवार की रात 2 गाड़ियों में करीब 12 महिलाएं रवाना हुई थी. ये महिलाएं थाटीपुर के जगजीवन नगर इलाके की रहने वाली है. इनमें शामिल 45 साल रामश्री की हादसे में मौत हो गई. हादसे के दौरान रामश्री बाबा के नजदीक ही भीड़ में थी. वहीं भगदड़ में भीड़ के पैरों के कुचलने से रामश्री की मौत हो गई. बुधवार शाम को रामश्री का ग्वालियर के मुरार में अंतिम संस्कार किया गया. रामश्री के पति की कई सालों पहले मौत हो गई थी. उसके बाद वह ही घर की मुखिया थी. उनके पांच बेटे बेटी हैं.
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रामश्री के बेटे पंकज ने बताया कि पिछले 2 सालों से उनकी मां रामश्री की बाबा में गहरी आस्था थी. सोमवार को जब मां हाथरस रवाना हुई थी, तब उन्होंने मंगलवार रात तक वापस आने की बात कही थी. मंगलवार शाम हादसे की खबर लगी जिसमें उनकी मां की मौत की जानकारी आई. पंकज ने बताया कि मां परिवार की मुखिया होने के नाते चिंतित रहती थी.
रामश्री के साथ ही उनकी गली में रहने वाली 3 अन्य महिलाएं भी सत्संग में गई थी. सत्संग में गई वैजयंती ने बताया कि उनके सहित ग्वालियर की 5 महिलाएं जल सेवा में लगी हुई थी. मंगलवार को जब सत्संग का समापन हुआ, उसके बाद संगत छूटी तो ये हादसा हो गया. इसके बाद जब वो गाड़ी पर पहुंची तो पता चला कि उनके साथ आई रामश्री की मौत हो गई है.
Tags: Gwalior news, Hathras Case, Mp newsFIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 13:33 IST