Harmanpreet Kaur Statement: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टी20 सीरीज शुरू करने से पहले बड़ा बयान दिया है. उन्होंने फील्डिंग और फिटनेस डिपार्टमेंट में सुधार करने की बात कही है. साथ ही उन्होंने अपनी खराब फॉर्म पर भी रिएक्ट किया है. उनका मानना है कि टीम हाल ही में नियुक्त पूर्णकालिक सहयोगी स्टाफ की मदद से उन कमियों को दूर कर लेगी. टीम लंबे समय से फील्डिंग और फिटनेस की समस्या से जूझ रही है. भारतीय टीम शुक्रवार(5 जनवरी) से शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने की तैयारी कर रही है.
हम बहुत अच्छा क्रिकेट…हरमनप्रीत ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर हम टीम के प्रदर्शन के बारे में बात करें तो हम टुकड़ों में बहुत अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं. फील्डिंग और फिटनेस ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में हम लंबे समय से बात कर रहे हैं. हम इस पर काम भी कर रहे हैं.’ बता दें कि अक्टूबर के अंत में टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए अमोल मजूमदार ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पूर्व अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि मुनीष बाली (फील्डिंग) और ट्रॉय कूली (बॉलिंग) सहयोगी स्टाफ के सदस्य होंगे.
एक महीने में परिणाम आना मुश्किल…
हरमनप्रीत ने आगे कहा, ‘सबसे अच्छी बात यह है कि अब हमारे पास नियमित सहायक स्टाफ है. बीच में हमारे पास कई कोच थे जिनके फील्डिंग और फिटनेस पर अपने विचार थे.’ उन्होंने कहा, ‘अभी हमारे पास मुनीष सर हैं, उन्हें समय देना होगा. वह बहुत अनुभवी कोच हैं और उन्होंने कई खिलाड़ियों के साथ काम किया है. वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एक महीने में परिणाम मिलना मुश्किल है.’
खुद की फॉर्म पर कही ये बात
हरमनप्रीत ने कहा कि भारत को प्रदर्शन में सुधार के लिए मैदान पर गलतियों को कम करने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी बात है कि हमें अच्छी टीम (ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) के खिलाफ खेलने और उनके खिलाफ खुद को परखने का मौका मिल रहा है. अगर हम दिन-ब-दिन गलतियां कम करने में सफल रहे, तो टीम का प्रदर्शन बेहतर होगा.’ अपनी खुद की फॉर्म पर उन्होंने कहा, ‘मुझे अच्छी शुरुआत मिल रही है, लेकिन मैं उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रही हूं. मुझे लगता है कि किस्मत भी अहम भूमिका निभाती है, क्योंकि मैं कई बार अजीब तरीके से आउट हुई.’
मैंने खराब शॉट खेले…
हरमनप्रीत ने आगे कहा, ‘ऐसा नहीं था कि मैंने खराब शॉट खेले या उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन वे आउट होने के अजीब तरीके थे. मैं कड़ी ट्रेनिंग और बल्लेबाजी का अभ्यास कर रही हूं, ताकि ऐसा न लगे कि मेरी फॉर्म खराब है.’ हरमनप्रीत ने कहा कि भले ही वर्तमान में भारतीय टीम के पास कोई मानसिक अनुकूलन कोच नहीं है, लेकिन मजूमदार काफी अनुभवी हैं और खिलाड़ियों को चुनौतियों से निपटने में मदद करते हैं.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)