Harbhajan Singh: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. हरभजन सिंह का कहना है कि दो-दो वर्ल्ड कप जिताने वाले दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह अगर टीम इंडिया के कप्तान बनते तो वह महान कप्तान साबित हो सकते थे. बता दें कि युवराज सिंह भारत के 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप में जीत के हीरो रहे थे.
हरभजन सिंह का चौंकाने वाला बयान
पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘अगर युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान होते तो हमें और भी जल्दी उठना और सोना पड़ सकता था. युवराज सिंह की कप्तानी में हमें बहुत मेहनत करनी पड़ती. युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के एक महान कप्तान होते.’ हरभजन सिंह ने कहा, ‘2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाले युवराज सिंह का शानदार रिकॉर्ड बहुत कुछ कहता है. युवी का रिकॉर्ड खुद अपने आप में बोलता है.’
युवराज सिंह साबित होते भारत के महान कप्तान
हरभजन सिंह ने कहा कि वह चाहते थे कि युवराज सिंह टीम इंडिया के कप्तान बने. हरभजन सिंह से जब यह पूछा गया कि अगर युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान होते तो क्या कुछ सीनियर खिलाड़ियों का करियर लंबा होता. इस पर हरभजन सिंह ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि अगर युवराज कप्तान होते तो हमारा कोई करियर लंबा होता, क्योंकि हमने जो भी खेला है वह अपनी काबिलियत पर खेला है और किसी भी कप्तान ने हमें बाहर होने से नहीं बचाया. जब भी आप देश की कप्तानी करते हैं, तो आपको दोस्ती को एक तरफ रखकर सबसे पहले देश के बारे में सोचने की जरूरत होती है.’
2007 में भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप जीता था
युवराज उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के साथ दो वर्ल्ड कप जीते हैं. 2007 में भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप जीता था, तब युवराज टीम के सदस्य थे और उस दौरान युवराज ने इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाने का कारनामा किया था. उस मैच में युवराज ने 12 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया था, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आज भी एक मील का पत्थर बना हुआ है.