अभिषेक माथुर/हापुड़. उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है. जिससे स्वास्थ्य विभाग की ही डॉक्टर खुद जांच के घेरे में आ गई है . यहां भीमनगर अर्बन के प्राथमिक हेल्थ सेंटर से गर्भपात की गोलियां बड़ी संख्या में गायब मिली हैं. अंदेशा है कि इनसे बाहर कहीं गर्भपात कराया गया है. इसके लिए सीएमओ ने दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच के आदेश दिया हैं.
हापुड़ के भीमनगर में स्थित प्राथमिक हेल्थ सेंटर की डॉक्टर खुशबू को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भपात करने की ट्रेनिंग के लिए जनवरी में भेजा गया था. ट्रेनिंग से लौटने के बाद डॉक्टर खुशबू को 25 मई 2022 को अस्पताल का चार्ज सौंपा गया था. अस्पताल के कर्मचारियों का आरोप है कि चार्ज मिलने के बाद से ही उन्हें डॉक्टर द्वारा परेशान किया जा रहा था. जिसकी शिकायत उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के एडी से की.
निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासाएडी ने बीते सप्ताह अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान दवाई वितरण केन्द्र के रजिस्टर की जांच में पता चला कि गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवाईयां गायब थी. अस्पताल में इतने मरीज नहीं आये, जिससे अधिक दवाईयों का इस्तेमाल किया गया. इसके अलावा इंजेक्शन और टेस्ट स्ट्रिप सहित कई दवाईयों का भी लेखा-जोखा सही नहीं है .
डॉक्टर के ड्राइवर से की गई मारपीटअस्पताल की डॉक्टर खुशबू का कहना है कि 27 अप्रैल को एक माह के नोटिस पीरियड पर इस्तीफा दिया था. उनका इस्तीफा 26 जून को मंजूर कर लेना चाहिए था, लेकिन उनका इस्तीफा सोमवार को मंजूर किया गया. इस्तीफा मंजूर होने के बाद अगले दिन उन्होंने उपस्थिति का रजिस्टर और अन्य सामान ड्राइवर के साथ अस्पताल भेजा, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने ड्राइवर को बंधक बना लिया और उसके साथ अभद्रता व मारपीट की. जिसकी शिकायत ड्राइवर ने थाने में की है.
जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठितमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार त्यागी का कहना है कि पीएचसी भीमनगर से गर्भपात की दवाएं स्टॉक के हिसाब से गायब होना जांच में सामने आया है. साथ ही चिकित्सक पर आरोप लगा है कि अस्पताल के पास में ही उनके द्वारा गर्भपात किया जाता था. इस पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
.Tags: Hapur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 08, 2023, 20:07 IST
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