रिपोर्ट: संजय यादवबाराबंकी. भगवान हनुमान को शक्ति का प्रतीक माना जाता है. हनुमानजी कई मंदिर हैं जिनकी अपनी-अपनी अलग मान्यताएं हैं. राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले में एक चमत्कारी मंदिर ऐसा भी है, जो तीन सौ साल पुराना है.इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति मिट्टी की है. यह श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना है. हनुमान मंदिर के नाम से प्रसिद्ध यह स्थान बाराबंकी जिले के मसौली कस्बे में स्थित है. इस मंदिर के पीछे का रहस्य और यहां की कहानी बेहद ही रोचक व अकल्पनीय है. यहां मंदिर में दूर-दूर से भक्त अपनी-अपनी मनोकामना पूर्ति के लिये पहुंचते हैं.इस मंदिर की खासियत यह है कि इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति मिट्टी की है. इस मिट्टी की मूर्ति को कई भक्तों ने पत्थर की बनवाने की सोचा पर हनुमान जी ने उन्हें बनाने नहीं दिया. कहते हैं आज तक कोई हनुमान जी की मिट्टी से बनी मूर्ति को खोद नही पाया. कहा जाता है कि जब भी कोई इस मूर्ति को पत्थर की बनाने के बारे में सोचता है तब हनुमानजी उनके स्वप्न में आ के उनसे कहते हैं कि हमको मिट्टी का ही रहने दो, लोग ये सुनकर भयभीत हो जाते हैं और हनुमानजी से क्षमा मांगते हैं.हनुमानजी की कृपा से भर जाती है निसंतानों की गोदमंदिर के पुजारी ने बताया कि कई बार यहां के लोगों ने हनुमानजी की मूर्ति को खोदना चाहा पर इसे खोद न सके, आज भी इस मूर्ति में कई छेंद है. आज भी हनुमान जी चमत्कार दिखाते रहते हैं. जिन महिलाओं के बच्चे नहीं होते है उन महिलाओं की यहां गोद भर जाती है. साथ ही जिन लोगों को कोई भी बीमारी होती है वो भी ठीक हो जाती है.कई बार इस मूर्ति को कुछ भक्त भव्य रूप देना चाहा तो हनुमान जी ने उनके सपने में आकर उनको मना कर दिया, या कोई और लीला दिखा दी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 06, 2023, 11:44 IST
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