रिपोर्ट- सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या: मंदिर और मूर्तियों के शहर अयोध्या में लगभग 8000 मठ मंदिर हैं. हर मठ-मंदिरों की अपनी अलग-अलग परंपरा मान्यता है. लेकिन इसी अयोध्या में भगवान राम के अनन्य सेवक पवन पुत्र बजरंगबली का भी मंदिर स्थापित है. हम बात कर रहे हैं प्राचीन सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी की जहां धार्मिक मान्यता है कि, हनुमानगढ़ी के पुजारी को साक्षात पवन पुत्र हनुमान दर्शन देते हैं. तो चलिए जानते हैं आखिर कैसे और कब पुजारी करते हैं पवन पुत्र बजरंगबली के साक्षात दर्शन?
दरअसल हनुमान चालीसा में गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है “राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे” अर्थात भगवान हनुमान की आज्ञा बिना राम की पूजा नहीं की जाती. कलयुग में हनुमान जी ही ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा आराधना करने से जीवन में आई समस्त बाधाएं समाप्त हो जाती हैं. तो वहीं अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी पर एक गुप्त पूजा भी की जाती है. जिसका रहस्य भी गुप्त होता है. सुबह 3:00 बजे पुजारी हनुमान जी की पूजा शुरू करते हैं उस दौरान 8 पुजारी सम्मिलित होते हैं और उस पूजा में श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं दी जाती है. इतना ही नहीं इस दौरान की गई पूजा को पुजारी मंदिर परिसर के बाहर किसी से नहीं बताते ना ही किसी से कोई चर्चा करते हैं.
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हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास बताते हैं कि हनुमानगढ़ी की जो गुप्त पूजा पद्धति है, ऐसी पूजा पूरे देश में नहीं होती हैं. राजू दास ने बताया कि हनुमानगढ़ी में यह परंपरा लगभग कई दशकों से चली आ रही है. मंदिर परिसर में 8 पुजारी मिलकर एक से डेढ़ घंटे पवन पुत्र हनुमान जी की पूजा आराधना करते हैं और इतना ही नहीं दावा करते हुए राजू दास ने कहा कि उस दौरान पुजारियों को साक्षात बजरंगबली दर्शन भी देते हैं, लेकिन उस पूजा की एक प्रावधान भी है. उसकी एक मर्यादा भी है उसको हम बाहर किसी से नहीं बता सकते हैं.
नोट: यहां दी गई समस्त जानकारी मान्यताओं और मंदिर के पुजारी के मुताबिक है. न्यूज 18 लोकल इसकी पुष्टि नहीं करता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Ayodhya Ram Temple, Hanuman Jayanti, Hanuman Temple, Lord Hanuman, UP newsFIRST PUBLISHED : April 06, 2023, 12:58 IST
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