रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल,वाराणसीवाराणसी के ज्ञानवापी केस में पांच दिनों तक हुए सर्वे की रिपोर्ट अधिवक्ता कमिश्नर ने सिविल जज रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई.दो भाग में इस रिपोर्ट को पेश किया गया.6 और 7 मई को हुए कमीशन के कार्यवाही की रिपोर्ट अजय मिश्रा ने बुधवार को 2 पन्ने में दाखिल की थी.इसके बाद गुरुवार को अधिवक्ता कमिश्नर विशाल सिंह और सहायक कमिश्नर अजय प्रताप सिंह 14 से 16 मई तक हुए कार्यवाही की रिपोर्ट 15 पन्नों में कोर्ट के सामने पेश की.
इस रिपोर्ट के साथ हजारों फोटो और कई घण्टों के वीडियोग्राफी की चिप भी सील बंद लिफाफे में कोर्ट के समक्ष पेश की गई है.कोर्ट में रिपोर्ट पेश होने के बाद सिविल जज रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने इस मामले में सभी पक्षों से आपत्ति मांगी है.श्रृंगार गौरी केस से जुड़े अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट ने रिपोर्ट का संज्ञान ले लिया और रिपोर्ट पढ़ने के बाद यदि कोई आपत्ति होगी तो उसे न्यायालय में दाखिल किया जाएगा.अब इस मामले में 23 मई को सुनवाई की अगली तारीख मुकर्रर की गई है.
ज्ञानवापी के पच्छिमी दीवारों पर हिन्दू प्रतीक चिन्ह6 और 7 मई को हुए कमीशन के कार्यवाही की रिपोर्ट में ये बताया गया है कि ज्ञानवापी के पच्छिमी दीवार के कोने पर पुराने मन्दिरों का मलबा जिसपर देवी देवताओं की कलाकृति और शिलापट्ट पर कमल की कलाकृति देखी गई और उत्तर से पच्छिम की तरफ की दीवारों पर शेष नाग की कलाकृति और नागफन जैसी आकृति भी देखी गई हैं.इसके अलावा शिलापट्ट पर सिंदूरी रंग की कलाकृति देखी गई है जिसकी वीडियो और फोटो कोर्ट को सौंपी गई है.पूर्व अधिवक्ता कमिश्नर अजय मिश्रा ने कहा कि मैंने जो रिपोर्ट में कहा है वो लोग वहां जाकर देख सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा शुक्रवार तक टाल दे फैसलाबताते चले कि ज्ञानवापी केस में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद जस्टिस डी वाई चन्द्रचूड़ ने कहा कि इस मामले में शुक्रवार तक निचली अदालत कोई भी फैसला लेने से बचें और सुनवाई टाल दें.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : May 22, 2022, 22:32 IST
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