ज्ञानवापी विवाद: स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने जमीयत उलेमा-ए- हिंद को दी चेतावनी, जानें क्यों?

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ज्ञानवापी विवाद: स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने जमीयत उलेमा-ए- हिंद को दी चेतावनी, जानें क्यों?



प्रयागराज. ज्ञानवापी विवाद पर संगम नगरी प्रयागराज के संतों के साथ विचार विमर्श करने पहुंचे अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भारत के संविधान में संतों की पूरी आस्था है. उन्होंने कहा है कि ज्ञानवापी विवाद की सुनवाई अदालत में चल रही है और अदालत की सुनवाई और फैसले पर साधु-संतों को पूर्ण विश्वास है. स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि जिस तरह से जमीयत उलेमा-ए- हिंद ने देवबंद में राष्ट्रीय बैठक बुलाकर सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट और जिला कोर्ट तक को केस की सुनवाई करने पर धमकाया है यह साधु संत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.
जमीयत उलेमा-ए- हिंद को लेकर उन्होंने कहा कि एक सेकुलर राष्ट्र में यह कैसे संभव है कि मुसलमानों के खिलाफ कोई भी केस अगर संविधान के तहत चलाया जाता है, तो उसका विरोध होने लगता है. उन्होंने कहा है कि चाहे वह बुर्का का केस हो, तीन तलाक का केस हो या फिर हलाला का केस हो. इन सभी मामलों में जिन जजों ने सुनवाई की उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा देनी पड़ी. किसी भी मुस्लिम संगठन की धमकी हिंदू समाज और संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
ज्ञानवापी का फैसला अदालत से ही होगाउन्होंने कहा है कि ज्ञानवापी मामले की भी सुनवाई अदालत में चलती रहेगी और कोर्ट के बाहर चाहे पीएफआई हो, एसडीएफआई हो या फिर जमीयत उलेमा-ए- हिंद हो या एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ही क्यों ना हों. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड हो. अगर इनकी नियति नहीं बदली तो जून माह में संत समाज की दो गंभीर बैठकें होंगी. स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल में तकरीबन साढे तीन सौ संत आते हैं. जो 11 और 12 जून को इस मुद्दे को लेकर हरिद्वार में पहली बैठक करेंगे.
धमकियों से नहीं चलेगा हिंदुस्तानअखिल भारतीय संत समिति की दूसरी बैठक 25 और 26 जून को हरियाणा के पाटौदी में होगी. जिसमें सभी प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय टीम को बुलाया गया है. जिस बैठक में सभी शंकराचार्य और आचार्य भी बैठेंगे. उन्होंने कहा है कि संत समाज बैठक में यह तय करेंगे कि ऐसी धमकियों से कोई हिंदुस्तान को नहीं चला सकता. उन्होंने कहा है कि दिल्ली के बाहर से आने वाली सड़कों पर पचास हजार या एक लाख लोगों को लेकर बैठ जाइए और 130 से 135 करोड़ के देश के लोगों को बंधक बना लीजिए, धमकियां दीजिए और शाहीन बाग बना कर बैठ जाइए. ऐसी धमकियों से देश नहीं चलेगा.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Gyanvapi Masjid Controversy, Prayagraj News, Up hindi news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : June 05, 2022, 16:53 IST



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