वाराणसी. ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद एक तरफ कोर्ट में है तो दूसरी तरफ परिसर के सर्वे वीडियो में सामाने आए कथित शिवलिंग को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है. ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग के जलाभिषेक और पूजा को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद चार दिनों से अनशन पर हैं. अनशन के चौथे दिन उन्होंने एक बड़ा ऐलान भी कर दिया. उन्होंने कहा कि अब वे धर्म सेना का गठन करेंगे. साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं, इसके साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी पर भी मामला दर्ज करवाने की बात कही.
अविमुक्तेश्वरा नंद ने बनारस में प्रतिकार यात्रा की याद दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार अगर बातों को नहीं मानी तो धर्म सेना का निर्माण किया जाएगा और 11 लाख सैनिकों को बुलाकर आंदोलन को भव्य रूप देंगे. उल्लेखनीय है कि बनारस में दुर्गा प्रतिमा को गंगा में विसर्जित करने के विरोध को लेकर प्रतिकार यात्रा निकाली गई थी जिसमें लाखों लोगों की भीड़ हुई थी और जमकर बवाल भी हुआ था.
वहीं स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद ने जिलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने शिवलिंग के प्रोटेक्शन को लेकर जो बात कही है उसमें साफ लिखा हुआ है कि शिवलिंग का पूरी तरह से प्रोटेक्शन करना है. जिसके अंतर्गत पूजा पाठ भी शामिल है लेकिन बनारस के जिला अधिकारी इस बात को नहीं मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में उनके ऊपर सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का केस किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि हम जिला अधिकारी को नोटिस देंगे जिसका जवाब न देने पर हम कोर्ट में उनके खिलाफ केस भी करेंगे.
वहीं इससे पहले ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक और याचिका दाखिल की गई है. यह जनहित याचिका ज्ञानवापी परिसर में मिली संरचना की प्रकृति का अध्ययन करने के लिए एक समिति/आयोग नियुक्त करने का निर्देश देने के साथ यह जानने के लिए कि क्या वह शिवलिंग है या एक फव्वारा को लेकर दायर की गई है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Gyanvapi Masjid Controversy, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : June 07, 2022, 17:59 IST
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