महराजगंज: उत्तर प्रदेश का महाराजगंज जिला अपने कृषि उत्पादन के लिए जाना जाता है. यहां के ज्यादातर लोग कृषि से जुड़े और खासकर पारंपरिक खेती जैसे धान, गेहूं और गन्ने की फसल उगाते हैं. हालांकि जिले की कसमरिहा के रहने वाले किसान ज्ञानेश्वर पटेल ने पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर कृषि के क्षेत्र में कुछ अलग करने की कोशिश की है.
किसान ज्ञानेश्वर पटेल ने गुलाब के फूलों का पौधारोपण किया है. इससे पहले उन्होंने शुरुआती समय में जरबेरा और शिमला मिर्च की खेती की थी. अब उन्होंने गुलाब के फूलों की खेती की तरफ रुझान किया है. आने वाले कुछ दिनों में इन्होंने गेंदे की फूल लगाने की तैयारी भी की है.
नेट क्वालीफाई कर चुके हैं ज्ञानेश्वर पटेलज्ञानेश्वर पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय से सोशल वर्क में परस्नातक की डिग्री भी कंप्लीट की है और साल 2008 में नेट भी क्वालीफाई किया हैं. उन्होंने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि वह एक कृषि प्रधान देश और किसी प्रधान जिले से आते हैं. उनका हमेशा से ही खेती को लेकर एक अलग जुड़ाव रहा है.
उन्होंने कहा कि जब उनके सामने लगाए हुए पौधे अच्छी उपज करते हैं, तो एक किसान के रूप में बहुत खुशी होती है. उन्होंने बताया कि शुरू से ही खेती को लेकर उनकी रुचि रही है और इसी जुनून के साथ वह पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर जरबेरा, शिमला मिर्च और अब गुलाब की खेती के साथ-साथ गेंदें के फूल की खेती की तरफ बढ़े हैं.
2017 में की थी जरबेरा की खेतीसाल 2011 में अपने पिता के अस्वस्थ होने की स्थिति में ज्ञानेश्वर पटेल अपने गृह जिला महाराजगंज वापस लौटे. उन्होंने बताया कि 2015 में उन्होंने पॉलीहाउस की खेती के संबंध में पढ़ा और फिर उसके बारे में अच्छे से अध्ययन किया. इसके बाद साल 2017 में उद्यान विभाग की सहायता से जरबेरा की खेती किया.
हालांकि कोरोना काल में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा. क्योंकि उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अब गुलाब के खेती की शुरुआत की है. उन्होंने बताया कि कुछ समस्याएं भी हैं, जिसे लेकर वो सजग हैं, जिससे पौधों को नुकसान न हो और भविष्य में अच्छी मात्रा में पुष्प का उत्पादन हो.
Tags: Agriculture, Local18, Maharajganj News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 20, 2024, 14:07 IST